गुरुग्राम | जब से हरियाणा सरकार (Haryana Govt) की अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम आई है, तब से कई लोगों का गुड़गांव जैसे महंगे शहर में घर लेने का सपना सच हो रहा है. साल 2013 में शुरू हुई इस योजना ने मध्यम वर्ग के लोगों को ऐसे पॉश इलाकों में बेहद कम कीमत पर घर दिए हैं, जहां केवल करोड़पति ही घर खरीदने की हिम्मत कर सकते हैं. यही कारण है कि यह योजना काफी लोकप्रिय हो गई है लेकिन इस बार हरियाणा सरकार ने उन लोगों को बड़ा झटका दिया है जो गुरुग्राम में किफायती फ्लैट खरीदना चाहते हैं. सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने इसी महीने हरियाणा की अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम 2013 में बड़ा बदलाव कर दिया है, जिससे घरों की कीमतें बढ़ने वाली हैं.
जुलाई 2023 में हरियाणा सरकार ने अपनी किफायती आवास योजना 2013 में कीमतों में संशोधन किया है. हरियाणा शहरी क्षेत्र विकास और विनियमन अधिनियम, 1975 की धारा 9- ए के तहत, किफायती आवास नीति-2013 में संशोधन को मंजूरी दे दी गई है. इससे वन बीएचके (BHK) से लेकर टू और थ्री बीएचके तक के किफायती फ्लैट लेने वालों की जेब पर ज्यादा बोझ पड़ेगा. इस संशोधन के बाद अब लोगों को किफायती योजना के तहत टू बीएचके या थ्री बीएचके फ्लैट खरीदने के लिए कम से कम 5- 6 लाख रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे.
खट्टर सरकार ने स्कीम में किया बड़ा बदलाव
मनोहर लाल खट्टर सरकार ने हाल ही में अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम 2013 में बदलाव करते हुए जमीन की दरों में संशोधन किया है. सरकार ने फ्लैट के कारपेट एरिया के साथ बालकनी एरिया की कैपिंग 20 फीसदी बढ़ा दी है. इस तरह संशोधन के बाद प्रति वर्ग फीट करीब 1,000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. हरियाणा सरकार ने कारपेट एरिया में 800 रुपये और बालकनी में 200 रुपये प्रति वर्ग फीट की बढ़ोतरी की है. ऐसे में कारपेट एरिया की कीमत 4,200 से बढ़कर 5 हजार रुपये प्रति वर्ग फीट और बालकनी की कीमत 1,000 से बढ़कर 1,200 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है.
अब कितना महंगा हो जाएगा फ्लैट
अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम 2013 में बदलाव के बाद अब लाखों रुपए का बोझ बढ़ेगा. मान लीजिए कि कोई व्यक्ति बालकनी और कारपेट एरिया समेत 754 वर्ग फीट का थ्री बीएचके फ्लैट (BHK Flats) करीब 28 लाख रुपये में खरीदता था, अब संशोधित दर के बाद उसे 5 लाख 60 हजार रुपये तक अतिरिक्त भुगतान करना होगा. ऐसे में अब इस फ्लैट के लिए 33.5 लाख रुपये चुकाने होंगे. यह तय है कि जुलाई 2023 के बाद आने वाले किफायती आवास के प्रोजेक्ट महंगे हो जाएंगे.
इससे ये चार शहर होंगे प्रभावित
इस योजना में बदलाव का असर गुड़गांव, फरीदाबाद, पंचकुला और पिंजौर-कालका में हाइपर और हाइपोपोटेंशियल जोन में बन रहे किफायती घरों पर पड़ेगा. वहीं हरियाणा के मध्यम श्रेणी के शहरों में कालीन क्षेत्र में 700 रुपये प्रति वर्ग फुट और कम क्षमता वाले शहरों में 600 रुपये प्रति वर्ग फुट की बढ़ोतरी की गई है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा है कि हम हरियाणा सरकार द्वारा किफायती आवास नीति- 2013 में हालिया संशोधन की सराहना करते हैं जो इस सेगमेंट के लिए गेम चेंजर है. गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, पंचकुला जैसे हाइपर और उच्च संभावित क्षेत्रों के लिए कालीन क्षेत्र पर ₹800 प्रति वर्ग फुट की दरें किफायती आवास परियोजनाओं को डेवलपर्स के लिए अधिक अनुकूल बनाती है. यह आवास की जरूरत को पूरा करने के प्रति हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
ऊंची दरें डेवलपर्स को अधिक किफायती आवासीय परियोजनाएं लॉन्च करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी, जिससे किफायती घरों की आपूर्ति बढ़ेगी. यह विकास क्षेत्र में सकारात्मकता लाता है और यह सुनिश्चित करता है कि घर खरीदारों के लिए गुणवत्तापूर्ण आवासीय विकल्प उपलब्ध हों. यह संशोधन किफायती आवास को बढ़ावा देने और लोगों की आवास आवश्यकताओं को पूरा करने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है.
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