गुरुग्राम । केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को हरियाणा पहुंचे जहां उन्होंने दिल्ली- मुंबई- एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मौजूद रहे. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुग्राम जिले के गांव लोहटकी के पास दिल्ली- मुंबई- एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया.
इस दौरान एनएचएआई के नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे. केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि दिल्ली- मुंबई- एक्सप्रेस वे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस- वे होगा जिसकी कुल लंबाई 1380 किलोमीटर होगी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में इसका शिलान्यास किया गया था. इस एक्सप्रेस- वे का लगभग 160 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा के सोहना से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका तक होगा. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेस- वे का निर्माण होने के बाद 12 घंटे में कार से दिल्ली से मुंबई तक की दूरी तय हो जाएगी. इस निर्माण पर लगभग 95 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च होगी. यह एक्सप्रेस- वे पांच राज्यों हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सीएम मनोहर लाल की सिफारिश पर हरियाणा के मानेसर,कापड़ीवास और बिलासपुर में हाइवे पर अंडरपास बनेंगे. उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेस- वे पर एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध होगी और ड्रोन भी उतारें जाएंगे. पलवल में केजीपी और एनएचएआई के लिए सर्विस रोड़ की भी मंजूरी दी गई है.फरीदाबाद शहर को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने की मांग पर भी सहमति दी गई है. हाईवे पर प्रदुषण कंट्रोल करने के उपकरण लगेंगे. इस एक्सप्रेस-वे के बनने पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 47% तक प्रदुषण की कमी आएगी.
साथ लगती जमीन न बेचें किसान
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों से आह्वान किया है कि वे एक्सप्रेस- वे के साथ लगती अपनी जमीन ना बेचें , बल्कि उस जमीन को विकसित करेंगे तो उन्हें और फायदा पहुंचेगा. उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में 8% वेस्ट प्लास्टिक का प्रयोग किया जा रहा है.
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