गुरुग्राम | हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक बेहद ही अच्छी खबर सामने आई है. इन स्कूलों के हर क्लास रूम में जल्द ही एक पजल कॉर्नर तैयार किया जाएगा. यह पजल कॉर्नर अलग- अलग विषय को पढ़ने- समझने में मदद करेगा. गुरुग्राम जिले के 550 स्कूलों समेत प्रदेश के सभी पहली से कक्षा बारहवीं के स्कूलों में यह कॉर्नर तैयार किए जाने हैं.
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
अभी तक स्कूलों में बुक्स कॉर्नर ही क्लासरूम में नजर आते थे लेकिन अब इसके साथ-साथ पजल कॉर्नर भी दिखेगा. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के लिए जारी आदेश में कहा गया है कि वह नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही अलग- अलग पजल कॉर्नर बच्चों के लिए तैयार करें. खास तौर पर NCERT द्वारा जो हरबंस पजल तैयार की गई है, इसको महत्व दी जाएगी. इसके साथ ही, अन्य पजल भी बच्चों को गणित विषय के डर से मुक्ति दिलाने में मददगार साबित होंगे और साथ ही अन्य विषयों के पजल भी यहां पर छात्रों को पढ़ाने में सहायक होंगे.
गेम चेंजर साबित होगा पजल
गुरुग्राम स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के डायरेक्टर और गणित एक्सपर्ट सुनील बजाज ने खुद हरबंस पजल तैयार की है, जिसे फिनलैंड में आयोजित संगोष्ठी में भी शामिल किया गया था. उन्होंने बताया कि पजल को गेम चेंजर के रूप में देश के साथ- साथ विदेशों में भी भेजा गया हैं और इसे खूब सराहना प्राप्त हो रही है.
गणित सीखने का नया तरीका
उन्होंने बताया कि हरबंस पजल कक्षा में टीचर द्वारा दिए जाने वाले एक जैसे प्रश्न के स्थान पर चुनौतीपूर्ण व मनोरंजक तरीके से प्रश्नों के रूप में प्रस्तुत करेगी. पुस्तकों में दिए गए प्रश्नों के अनुसार यह पजल बना सकेंगे. गणित के ज्यादातर विषयों जैसे बीजगणित संख्या, प्राकृतिक संख्या, दशमलव भिन्न, क्षेत्रफल आदि में प्रयोग की जा सकती है.
गणित सीखने का यह नया तरीका तैयार किया है. हरबंस का अर्थ हर बंदा समझदार यानि सब एक समान है. इससे पहले बेंगलुरु स्थित अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने अपनी पत्रिका अट राइट एंगल्स में भी इसे स्थान दिया था.
ऐसे होगा कॉर्नर मददगार
पहेलियां छोटे बच्चों से लेकर बड़े छात्रों के लिए मनोरंजन के साथ- साथ सीखने के लिए प्रोत्साहित करेंगी. इसमें डिजाइन बनाने के लिए पहले का एक टुकड़ा, दूसरे के साथ कैसे कहां फिट होगा, इस प्रकार से छात्र काफी कुछ सीख सकेंगे. अगर किसी चीज को बदल दिया जाए, घुमाया जाए तो वह किस तरह नजर आएगी. टीचर खुद इन पहेलियां को ड्राइंग, कार्डबोर्ड बॉक्स, स्क्रैप पेपर के टुकड़ों से तैयार कर सकेंगे.
ब्रेन लर्निंग से छात्रों में बढ़ेगी टेक्निक
पजल कॉर्नर में अलग- अलग विषयों से संबंधित पहेलियां को तैयार करके रखा जाएगा. इसमें भाषा से संबंधित साइंस, गणित, ड्राइंग, इतिहास के पजल से छात्रों की याददाश्त को बेहतर करने के साथ- साथ उनकी क्रिएटिविटी, ब्रेन लर्निंग, टेक्निक में यह मददगार साबित होगी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!