भिवानी । हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिए आंतरिक मूल्यांकन के बेस पर पास कर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. इस बारे में HBSE बोर्ड की तरफ से स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि दसवीं की वार्षिक परीक्षा को रद्द किया जाता है. HBSE के दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों का सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन CBSE की तर्ज पर विद्यालय स्तर पर ही आंतरिक मूल्यांकन कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. इस संबंध में सभी जिलों के बोर्ड के उप सचिव की तरफ से लेटर भेजा जा चुका है.
12वीं की परीक्षाओं के संबंध में लिया गया यह फैसला
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. एचबीएससी के अनुसार फिलहाल 12वीं की परीक्षाओं को केवल स्थगित किया गया है. 12वीं की परीक्षा होगी या नहीं इसका निर्णय 1 जून को राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखकर लिया जाएगा. इसके साथ ही HBSE बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि यदि परीक्षाएं हुई तो कम से कम 15 दिनों का वक्त विद्यार्थियों को दिया जाएगा. परीक्षा से 15 दिन पहले ही डेटशीट जारी कर दी जाएगी. आपको बता दें कि CBSE बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के संबंध में 1 जून को फैसला लेने का निर्णय लिया है.
ओपन की परीक्षाओं के संबंध में लिया गया यह फैसला
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से रेगुलर विद्यार्थियों के साथ-साथ दसवी और बारहवीं के ओपन स्कूल की परीक्षाओं के संबंध में भी बड़ा निर्णय लिया गया है. ओपन की परीक्षाएं भी रेगुलर परीक्षाओं के साथ ही आयोजित होने थी. HBSE बोर्ड ने ओपन की परीक्षाओं के बारे में आदेश देते हुए कहा है कि ओपन स्कूल की 10वीं और 12वीं एवं स्वयंपाठी (अतिरिक्त विषय, कंपार्टमेंट, अंक सुधार) की वार्षिक परीक्षा को स्थगित किया जाता है. 1 जून के बाद ही कोरोना की स्थिति के मद्देनजर इन परीक्षाओं के आयोजन पर फैसला लिया जाएगा.
इस समय निर्धारित हुई थी परीक्षाएं
आपको बता दें कि HBSE बोर्ड की तरफ से 10वीं व 12वीं की रेगुलर और स्वयमपाठी परीक्षाएं इसी महीने आयोजित होनी थी. परंतु CBSE बोर्ड के पश्चात 9 दिनों पहले हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने भी 15 अप्रैल को दसवीं की परीक्षा को रद्द करने और 12वीं की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला ले लिया था.
पहले दसवीं की परीक्षाएं 22 अप्रैल से और बारहवीं की परीक्षा 20 अप्रैल से आयोजित होनी थी.