हरियाणा बोर्ड लेगा अब तीसरी और पांचवीं कक्षा की परीक्षा, इन कक्षाओ में फिर लागू होगा बोर्ड

चंडीगढ़ | हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (HBSE) दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित कर रहा है. इन दोनों कक्षाओं में हर साल करीब पांच से छह लाख छात्र बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं. इसके साथ ही, पांचवीं कक्षा का बोर्ड फिर से लागू हो जाएगा जबकि नई शिक्षा नीति के तहत तीसरी कक्षा की बोर्ड परीक्षा होगी. हालांकि, यह बेसिक परीक्षा होगी जिसमें बोर्ड परीक्षा कराएगा लेकिन बच्चों को दूसरे स्कूल जाने की कोई आवश्यकता नहीं होगी.

BSEH Haryana Board

इस परीक्षा से बच्चों के शिक्षा के स्तर में काफी सुधार होगा और रटने की बजाय उनके ज्ञान का भी मूल्यांकन होगा. बोर्ड ऑफ एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन का दावा है कि नई शिक्षा नीति 2020 में तीसरी और पांचवीं के साथ आठवीं की परीक्षा भी उपयुक्त प्राधिकारी के माध्यम से कराने का प्रावधान किया गया है.

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अभ्यर्थियों का परिणाम जल्द होगा घोषित

अप्रैल में शिक्षा बोर्ड ने हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से दसवीं और बारहवीं की मार्च की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाने वाले छात्रों के लिए विशेष अवसर परीक्षा का आयोजन किया था. मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा. बोर्ड प्रशासन 14 या 15 मई को रिजल्ट घोषित करने की तैयारी में जुटा है.

शिक्षा बोर्ड एमआईएस पोर्टल से भी बच्चों की जुटा रहा जानकारी

शिक्षा बोर्ड प्रशासन तीसरी और पांचवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कराने के लिए शिक्षा विभाग के एमआईएस पोर्टल से भी जानकारी जुटा रहा है. हरियाणा बोर्ड से संबद्धता के अलावा, सीबीएसई से संबद्ध छात्रों का डेटा भी एमआईएस पोर्टल पर अपलोड किया जाता है लेकिन बोर्ड इन परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की अनुमानित संख्या का अनुमान लगाने में लगा हुआ है. जिसके आधार पर प्रश्नपत्र तैयार करने और परीक्षाओं के संचालन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.

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गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर भी संकट के बादल मंडराएंगे

शिक्षा बोर्ड द्वारा तीसरी व पांचवीं कक्षा की परीक्षाएं कराने के निर्णय से प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों की संख्या पर स्वत: ही लगाम लग जाएगी क्योंकि वर्तमान में बोर्ड कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की परीक्षा आयोजित कर रहा है जबकि कक्षा 1 से 8वीं तक की कोई बोर्ड परीक्षा नहीं है. ऐसे में निजी स्कूल न तो शिक्षा विभाग से मान्यता ले रहे हैं और न ही उन्हें बोर्ड से संबद्धता की कोई जरूरत है लेकिन तीसरी और पांचवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में भी बोर्ड की संबद्धता अनिवार्य होगी. अब तक धड़ल्ले से चल रहे गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर संकट के बादल मंडराएंगे.

हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को तत्परता से लागू करने के लिए रोजाना नए कदम उठा रहा है. हमने कक्षा तीन और पांचवीं के साथ ही आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है. नई शिक्षा नीति में कक्षा तीन व पांच के सभी बच्चों के लिए उपयुक्त प्राधिकारी से परीक्षा कराने का प्रावधान किया गया है- डॉ. वीपी यादव, अध्यक्ष, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी

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