हिसार | गन्ना उत्पादक किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. बता दें कि पैदावार में गिरावट और लाल सड़न रोग की समस्या के चलते किसान गन्ने की खेती से दूर हटते जा रहें हैं, लेकिन हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) ने किसानों को इस समस्या से छुटकारा दिलाते हुए उन्हें बड़ी राहत प्रदान की है.
3 नई किस्में ईजाद
HAU यूनिवर्सिटी की रिलीज कमेटी ने गन्ने की नई ईजाद की गई किस्म COH- 176 को मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार के पास भेजा है. कृषि वैज्ञानिकों का दावा करते हुए कहा कि यह किस्म प्रति एकड़ 550- 600 क्विंटल पैदावार देगी. इसके अलावा, COH- 179 को उत्तर भारत के लिए जारी करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है. वहीं, COH- 188 किस्म जल्द रिलीज करने की तैयारी हो रही है. ये तीनों ही किस्में लाल सड़न रोग से लड़ने में सक्षम है. फ़रवरी 2025 से इन तीनों किस्मों के बीज किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारियां शुरू हो चुकी है.
30 साल से संघर्षरत
लाल सड़न रोग की रोकथाम के लिए HAU के वैज्ञानिक पिछले 30 साल से काम कर रहे हैं. अब तीन नई किस्मों में COH- 176 का बीज सबसे पहले मार्केट में उतारा जाएगा. इसे राज्य सरकार की ओर से अगले साल फरवरी तक मंजूरी मिलने की संभावना है. कुछ मात्रा में इसका बीज कैथल जिले के कौल सेंटर से किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा.
किसानों की आर्थिक स्थिति होगी बेहतर
HAU के अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि गन्ने की ये तीन नई किस्में किसानों की आमदनी में प्रति एकड़ 31 से 38 हजार रूपए का इजाफा करेगी. गन्ने की सामान्य किस्म पर 350 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार मिलती है, जिससे किसानों को 65 हजार रूपए तक आमदनी होती है, लेकिन COH-188 लगाने पर किसानों को प्रति एकड़ 96 हजार तथा COH 179 व 176 लगाने पर 1 लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी होगी.
किस्म COH 176
- फसल तैयार होने का समय: 11-12 माह
- पैदावार: 550 – 600 क्विंटल प्रति एकड़
- बिजाई के लिए क्षेत्र: हरियाणा
- चीनी प्रतिशतता: 10 किलोग्राम प्रति क्विंटल
किस्म COH 179
- फसल तैयार होने का समय: 11-12 माह
- पैदावार: 500- 550 क्विंटल प्रति एकड़
- बिजाई क्षेत्र: हरियाणा ,पंजाब, यूपी, राजस्थान
- चीनी प्रतिशतता: 10 किलोग्राम प्रति क्विंटल
किस्म COH 188
- फसल तैयार होने का समय: 8- 9 माह
- पैदावार: 450- 500 क्विंटल प्रति एकड़
- बिजाई क्षेत्र: हरियाणा
- चीनी प्रतिशतता: 10.5 से 11 किलोग्राम प्रति क्विंटल