हरियाणा के एक और लाल की देश के लिए शहादत, पूरे गांव में गम का माहौल

हिसार । जामिनी खेड़ा के रहने वाले बीएसएफ में हेड कांस्टेबल सतीश कुमार जम्मू कश्मीर में बर्फीले तूफान में फंसने की वजह से शहादत को प्राप्त हो गए. अब उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव में लाया जाएगा और उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय मान सम्मान के साथ किया जाएगा.

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बर्फीले तूफान में फंसे, इलाज के दौरान हुई मृत्यु

आपको बता दें कि सतीश कुमार जी की पोस्टिंग इन दिनों जम्मू कश्मीर में थी और वह अपनी ड्यूटी के दौरान बर्फीली चोटी पर अपने चार सिपाही साथियों के साथ ड्यूटी कर रहे थे और जब वह ड्यूटी करने के पश्चात वापस चोटी से नीचे आने लगे तब वह एक बर्फीले तूफान में फस गए और वहीं गिर गए. चारों सिपाहियों को ढूंढा गया और उन्हें नीचे लेकर आया गया.

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गिरने की वजह से सभी घायल हो गए और उन्हें सेना के हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट करवाया गया. परंतु 31 जनवरी को सतीश कुमार जी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अब मंगलवार की रात को उनके पार्थिव शरीर को हवाई जहाज में जम्मू कश्मीर से दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया जाएगा और बुधवार की सुबह उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव जामड़ी खेड़ा मे लाया जाएगा. यहां पर पूरे राज्य मान सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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बेटी की शादी करने का था सपना, जो रह गया अधूरा

जामिनी खेड़ा के रहने वाले सतीश कुमार जी अपने पिताजी की मृत्यु पर शोक जताने के लिए लगभग 6 महीने पहले अपने पैतृक गांव में आए थे और जाते-जाते अपने परिवार वालों से यह कह कर गए थे कि अब उनको अपनी बेटी की शादी करनी है. उन्होंने कहा था कि वह फरवरी में छुट्टी लेकर आएंगे और एक अच्छा सा लड़का देखकर अपनी बेटी की शादी उससे करवाएंगे. परंतु अब उनका यह सपना अधूरा ही रह गया है.

दो बच्चों को छोड़कर चले गए सतीश कुमार, 90 वर्षीय मां अभी भी कर रही है इंतजार

उनकी बड़ी बेटी का नाम रितु है जो अब अपनी पढ़ाई पूरी करने के पश्चात कोचिंग ले रही है. वहीं दूसरी ओर उनका एक बेटा है जिसका नाम रितिक है. रितिक अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा है. 5 महीने पहले ही सतीश कुमार जी के पिता प्रेम सिंह की मौत हो गई थी और वह छुट्टी लेकर अपने गांव में आए थे. शहीद सतीश कुमार जी की माता जी 90 वर्षीय माधो देवी जी आज भी अपने बेटे के आने का इंतजार कर रही हैं और टकटकी लगा कर देखती रहती है कि कब उनका बेटा उनके गांव में वापस आएगा.

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