हिसार | रेल यात्रियों (Indian Railways) के लिए एक बड़ी अच्छी खबर सामने आई है. बता दें कि बीकानेर रेलवे मंडल के अधीन आने वाले हिसार स्टेशन से लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन की उम्मीद बढ़ गई है. डीआरएम डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि हिसार को लंबी दूरी की ट्रेनों का बेस बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिए हिसार स्टेशन (Hisar Station) पर 2 पिट लाइनों यानि वाशिंग और मरम्मत के लिए अलग लाइन के लिए 63.66 करोड़ रुपए की बजट राशि को मंजूरी दी गई है.
हिसार में बन रहे एयरपोर्ट और यहां लंबी दूरियों के लिए दिनों- दिन बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके लिए पिछले एक साल से प्रयासरत थे. करीब 8 महीने पहले ही रेलवे के इंजीनियरों ने 2 नए वाशिंग यार्ड का प्रस्ताव तैयार कर बीकानेर डिवीजन को भेजा था.
हिसार में पहले से ही वाशिंग लाइन है, इस प्रपोजल से इसी लाइन को डबल किया जाएगा और अतिरिक्त वाशिंग यार्ड तैयार किए जाएंगे. इसमें मेंटेनेंस के लिए भी यार्ड तैयार होगा.
डीआरएम ने लिया संज्ञान
बीकानेर मंडल के अंतर्गत मंडल रेल उपयोगकर्ता परामर्श समिति के सदस्य आकाश ने बताया कि स्टेशन पर फिलहाल एक पिट लाइन मौजूद है, जिसके लगभग सभी स्लॉट भर चुके हैं. इस कारण हिसार से लंबी दूरी की नई गाड़ियों के संचालन में दिक्कतें खड़ी हो रही थी.
बीकानेर मंडल रेल प्रबंधक डॉ. आशीष कुमार ने हिसार स्टेशन पर अनुरक्षण सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रस्ताव तैयार करवाया था, जिसके अंतर्गत हिसार स्टेशन पर 2 अतिरिक्त पिट लाइन व रैक के खड़े करने के लिए 4 स्टेब्लिंग लाइन प्रस्तावित है. रेलवे बोर्ड द्वारा बजट राशि को मंजूरी प्रदान कर दी गई है. जल्द ही, इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उम्मीद है साल 2025 में हिसार शहर को कई लंबी दूरी की ट्रेनों का तोहफा मिल सकता है.
वाशिंग यार्ड बनाने के फायदे
- लंबी दूरियों की ट्रेन मिल सकेगी. यहां ट्रेनों का रखरखाव व मरम्मत होगी.
- ट्रेनें लंबे समय तक ठहराव कर सकेगी. वाशिंग यार्ड पर ट्रेन 4-5 घंटे का समय लेती है.
- एक वाशिंग यार्ड पर ट्रेनों का दबाव है. ऐसे में दो अतिरिक्त यार्ड बनने से समय कम लगेगा.