हिसार । हिसार जिलें के गांव नियाणा निवासी कर्नल धर्मबीर नेहरा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. उनके मार्गदर्शन में आज जिलें के सैकड़ों युवा सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं. अपनी नौकरी के दौरान उन्हें विभिन्न जगहों पर जाने का अवसर मिला तो उन्होंने महसूस किया कि युवाओं में सेना में भर्ती होने की चाहत है लेकिन उनको मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं है. ऐसे में ड्यूटी के दौरान जिस जगह पर भी गए, युवाओं को सेना में भर्ती होने के टिप्स देने लगें.
यह रहा कर्नल नेहरा का सफर
कर्नल नेहरा का जन्म 20 मई 1964 को हिसार जिले के गांव नियाणा की पावन धरा पर हुआ. कक्षा चार तक गांव के गवर्मेंट स्कूल में पढ़ाई की और इसके साथ पांचवीं कक्षा से लेकर 11 वीं तक सैनिक स्कूल में पढ़े. आगे चलकर एनडीए की पढ़ाई की और चार बार लिखित परीक्षा व इंटरव्यू पास किया लेकिन हर बार मेडिकल अनफिट होने की वजह से एनडीए में भर्ती नहीं हो सकें. उन्होंने 12वीं कक्षा स्पोर्ट्स स्कूल राई से उत्तीर्ण की और इसके बाद वेटरनरी कालेज हिसार से वीवीएससी करने के बाद वहीं पर एनिमल न्यूट्रिशन में पीजी की.
250 किलोमीटर का सफर तय किया
इसी दौरान 1987 में कर्नल नेहरा आर्मी में एक वेटेनेरियन चिकित्सक के रूप में लेफ्टिनेंट की पोस्ट पर सेलेक्ट हों गए. वह देश में पहले ऐसे अफसर हैं जिसने एसएसबी पांच बार पास करके फिर फौज में कमीशंड हुए. इसके साथ ही वह रिमाउंट वेटरनरी कोर के सेंटर में डॉग ट्रेनिंग एंड ब्रीडिंग के इंस्ट्रक्टर भी रह चुके हैं. वहां पर उन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें आर्मी कमांडर आरट्रेक का कमंडेशन मैडल भी मिला. इसके साथ ही हिसार में छह दिन की घुड़सवारी रैली आयोजित कराई जिसमें 30 गांवों से होते हुए 250 किलोमीटर का सफर तय किया गया. नार्थ इंडिया में इस प्रकार की पहली घुड़सवारी रैली थी. यहां सेनाध्यक्ष का कमंडेशन मैडल प्राप्त हुआ.
युवाओं को ऐसे सेना से जोड़ा
कर्नल नेहरा ने बताया कि सेना में ड्यूटी के दौरान जब अलग-अलग जगहों पर जाने का अवसर मिला तो उन्होंने युवाओं को जब भी मौका मिलता तो सेना से जुड़ी जानकारियां देनी शुरू कर दी ताकि उनका अच्छी तरह से मार्गदर्शन हों सकें. कुछ दिन पहले उन्होंने रोहतक में नेहरा खाप द्वारा आयोजित सेमिनार में भी युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने इस दौरान युवाओं के मन की बात ठिठोली और उनको सेना में भर्ती होने संबंधी जानकारियां दीं.
अपने गांव में भी युवाओं को किया प्रेरित
कर्नल नेहरा ने अपने गांव व आसपास के गांवों के बच्चों को NCC की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया ताकि NCC C सर्टिफिकेट के जरिए वो सेना में आसानी से भर्ती हो जाएं. उन्होंने हिसार जिले के सैकड़ों युवाओं को सेना में भर्ती होने का मार्गदर्शन कराया. इनमें से कई युवा सेना में भर्ती ही नहीं हुएं बल्कि सेना में अफसर भी बनें. उनके मार्गदर्शन में गांव में समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, सफाई अभियान, पौधारोपण आदि सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित होते रहते हैं.
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