हिसार | हरियाणा के जिला हिसार की बेटी अंतिम पंघाल को अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुना गया है. इस साल पंघाल ने वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप और एशियन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया. हिसार की पहलवान ने मंगोलिया के पदक विजेता बैट- ओचिर को 3- 1 से हराकर कांस्य पदक जीता. अंतिम पंघाल के पिता रामनिवास किसान हैं. मां कृष्णा गृहिणी हैं. वह चार बहनों में आखिरी सबसे छोटी हैं.
उनका एक भाई भी है. बड़ी बहन सरिता कबड्डी की राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं. महिला पहलवान ने एशियाई खेलों से पहले विश्व चैम्पियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था. आखिरी बार पंघाल ने विश्व कुश्ती में स्वर्ण पदक जीता था. एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता. महज तीन महीने में उन्होंने दो बार पदक जीते. इस साल एशियाई चैंपियनशिप के लिए विनेश फोगाट के चयन को उस समय चुनौती दी गई जब उन्हें बिना ट्रायल के चुना गया.
बेटी के लिए छोड़ा गांव
अंतिम पंघाल के पिता रामनिवास किसान हैं. पहले भगाणा गांव में रहते थे. अपनी बेटी की प्रैक्टिस के लिए उन्होंने गांव छोड़ दिया और हिसार शहर की एक कॉलोनी में रहने लगे. मां कृष्णा गृहिणी हैं. वह 4 बहनों में आखिरी सबसे छोटी हैं. 4 बहनों के जन्म के बाद परिवार ने उनका नाम अंतिम रखा. उनका एक भाई भी है.
जब सरिता ने कबड्डी शुरू की तो छोटी बहन अंतिम ने भी खेलने की बात कही. लेकिन, सरिता ने मना कर दिया और कबड्डी खेलने के बजाय कुश्ती खेलने के लिए कहा. इसके बाद आखिरकार वह मैट पर उतरीं और गुर सीखने लगीं. पिता रामनिवास ने बताया कि उनकी बेटी का सपना कुश्ती में नाम कमाना था.
अंतिम पंघाल की उपलब्धियां
- 2022 में अंडर- 20 एशियन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक
- 2022 में अंडर- 23 एशियन चैम्पियनशिप में रजत पदक
- 2022 में अंडर- 20 जूनियर महिला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक
- 2021 में सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में कांस्य पदक