हिसार | शहर को बिजली लोड की भारी समस्या से निजात दिलाने की कोशिशों पर तेजी से काम शुरू हो गया है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से हिसार शहर में चार नए 33 केवी सब- स्टेशन अगले एक साल में बनकर तैयार हो जाएंगे. साल 2023 के अंत तक शहर वासियों को इन नए बिजली घरों की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी, जिसके बाद काफी हद तक बिजली लोड जैसी गंभीर समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. इसके लिए बिजली निगम की ओर से इन बिजली घरों के निर्माण को लेकर काम शुरू हो चुका है.
इस प्रोजेक्ट के तहत चल रहा है काम
बिजली निगम द्वारा शहर के चारों कोनों पर ये सब-स्टेशन प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए जाएंगे. शहर के साथ लगते बाहरी इलाकों का लोड इन सब-स्टेशनों पर रहेगा. इससे पहले जिन बिजली घरों से बिजली सप्लाई हो रही थी वह रिलिव होंगें और उन पर समिति उपभोक्ता कनेक्शन का लोड रहेगा. इनके लिए 132 केवी भोजराज व आर्यनगर और 220 केवी इंडस्ट्रीज एरिया बिजली घर से बिजली लाइन आएगी. इन्हीं से इन बिजली घरों में बिजली सप्लाई होगी.
गर्मी में बढ़ जाता है दोगुना लोड
गर्मी का मौसम जब चरम सीमा पर होता है तो सर्कल में दोगुना तक लोड बढ़ जाता है. बिजली निगम का इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत पुराना है तो ऐसे में शहर वासियों को बार-बार फाल्ट होने, तारों या ट्रांसफार्मर में आग लगने जैसी समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है. आमतौर पर सर्कल का लोड 60 से 70 लाख यूनिट तक रहता है लेकिन जब गर्मी पीक पर होती है तो यह बढ़कर 110 लाख यूनिट तक पहुंच जाता है.
इन बिजली घरों से इन क्षेत्रों को मिलेगा फायदा
- हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) 33 केवी सब स्टेशन पर 5.20 लाख रुपये की लागत आएगी. इसके ट्रांसफार्मर की क्षमता 12.5 एमवीए होगी. इस सब-स्टेशन का फायदा एचएयू, चंदन नगर, संजय नगर, प्रोफेसर कालोनी व प्रेम नगर क्षेत्र की जनता को मिलेगा.
- धांसू 33 केवी सब स्टेशन पर 5.80 लाख रुपये की लागत राशि खर्च होगी. इसकी क्षमता भी 10 एमवीए होगी. इससे धांसू, मिर्जापुर, ट्यूबवैल एरिया नियाणा व खोखा गांव लांभावित होंगे.
- कैमरी 33 केवी सब स्टेशन पर 5.95 लाख रुपये की लागत राशि आएगी. इससे कैमरी, हरिकोट, कैमरी रोड, हिसार व अमरदीप कालोनी क्षेत्र के लोगों को निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति हो सकेगी.
- ढंढेरी 33 केवी सब स्टेशन पर 5.90 लाख रुपये की लागत राशि खर्च होगी. इसमें 10 एमवीए की क्षमता का ट्रांसफार्मर लगेगा. इससे ढंढेरी, देपल, मामनपुरा, रामायण व भगाना गांव के लोगों को फायदा पहुंचेगा.