हिसार: ई- टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल को लेकर उग्र हुए सरपंच, कई जगहों पर रोड़ जाम और टोल फ्री

हिसार | हरियाणा सरकार की ई- टेंडरिंग प्रणाली और राइट टू रिकॉल को लेकर लगातार प्रदर्शन कर सरपंचों ने प्रदेश की गठबंधन सरकार से दो- दो हाथ करने की तैयारियां शुरू कर दी है. बहुत सी जगहों पर पेड़ काट कर रोड़ जाम कर दिए गए हैं और टोल टैक्स फ्री करवा दिए गए हैं. सरपंचों ने ऐलान किया है कि जब तक सरकार अपने मनमाने फैसले वापस नहीं लेगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा और वे किसी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे.

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हिसार जिले के नारनौंद हल्के के गांव भैणी अमीरपुर के पास हांसी- चंडीगढ़ हाइवे जाम कर दिया गया है. सरपंचों ने पेड़ काट कर सड़क पर डाल दिए हैं और वहीं धरना लगाकर बैठ गए हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो गया है. वहीं, दूसरी ओर हिसार- दिल्ली हाइवे पर स्थित मय्यड़ टोल फ्री करवा दिया गया है. इसके अलावा, लाधंड़ी टोल प्लाजा को भी फ्री करवा दिया गया है.

हिसार जिले के कई गांवों से सरपंच एकत्रित होकर टोल प्लाजा पर पहुंचे और कर्मचारियों को बिना पर्ची के वाहन निकाल जाने की बात कही. इसके बाद, सरपंचों ने Fastag बंद करवा दिए और वाहनों का आवागमन फ्री कर दिया. सरपंच अभी धरना स्थल पर मीटिंग कर रहे हैं. किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मी टोल पर पहुंच गए हैं.

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सरपंचों का कहना है कि सरकार पंचायतों को पॉवरलेस बनाना चाहती है लेकिन हम सरकार को अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि जब सरपंच के पास काम करने की ही पावर नहीं होगी तो पंचायत पढ़ी- लिखी हो या अनपढ़, बात से कोई फर्क नहीं पड़ता.

E टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल का विरोध

हरियाणा के सरपंच E टेंडरिंग, राइट टू रिकॉल और 2 लाख तक के काम मैन्युअल करवाने के नियमों का विरोध कर रहे हैं. उनका मानना है कि राइट टू रिकॉल जैसे फैसले से केवल सरपंचों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे.

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