हिसार | परिस्थितियों का बहाना बनाकर मंजिल से दूर हटना जिंदगी नहीं होती है. यदि मन में ठान लिया जाए कि मुझे मंजिल तक पहुंचना है तो कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से इसे आसान बनाया जा सकता है. कुछ ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है हिसार जिले के गांव नहला निवासी अजय ढिल्लो की, जिनका चारा काटते समय मशीन में एक हाथ कट गया था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अब तक पैरा एथलेटिक्स में 20 से अधिक नेशनल से इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीतकर हरियाणा के साथ- साथ हिंदुस्तान का गौरव बढ़ाया है.
पैरा एशियन चैंपियनशिप के लिए चयनित
हिसार नगर निगम में क्लर्क के पद पर कार्यरत अजय ने हाल ही में 4 से 7 मई तक बेंगलुरू में हुई 5वीं इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप के लॉन्ग जंप इवेंट में सीनियर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा के नाम का डंका बजाया है. इस उपलब्धि के आधार पर उनका चयन अक्टूबर में चीन में होने वाली पैरा एशियन चैंपियनशिप के लिए हुआ है.
खेतीबाड़ी करता है परिवार
ग्रामीण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले अजय ने बताया कि परिवार खेतीबाड़ी पर ही निर्भर है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में उनकी रूचि कबड्डी में थी लेकिन साल 2009 में चारा काटने वाली मशीन में बाया हाथ कटने के बाद उन्हें इस खेल में सफलता नहीं मिली. पैरा एथलेटिक्स काेच सुंदर सिंह सिहाग के कहने पर कबड्डी काे छाेड़कर पैरा एथलेटिक्स में मेहनत करना शुरू कर दिया और लगातार कड़ी मेहनत का नतीजा है कि आज वो 20 से अधिक पदक जीत चुके हैं.
हिंदुस्तान का गौरव बढ़ाने का रहेगा प्रयास
अजय ढिल्लो ने बताया कि बेंगलुरू में गाेल्ड मेडल हासिल करने के साथ ही मेरा चयन चीन में होने वाली पैरा एशियन चैंपियनशिप के लिए हाे गया है. इस चैंपियनशिप के लिए वो और ज्यादा मेहनत करेंगे और प्रयास रहेगा कि गोल्ड मेडल जीतकर हिंदुस्तान का नाम रोशन किया जाएं. उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और मजबूत इरादों से यदि अपने लक्ष्य की ओर बढ़ा जाए तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है. अपनी मंजिल पर फोकस रखें और निरंतर प्रयास करते रहिए.
अजय ढिल्लो की उपलब्धियां
- साल 2023 में इंडाेनेशिया में हुए पैरा एथलेटिक्स ग्रांडपिक्स में कांस्य पदक.
- साल 2018 में पेरिस में हुए पैरा एथलेटिक्स गेम्स में गाेल्ड मेडल.
- साल 2021 में हुए पैरा एथलेटिक्स गेम्स में गाेल्ड मेडल.
- साल 2016, 2019 और 2022 में हुए नेशनल स्तरीय पैरा एथलेटिक्स गेम्स में गाेल्ड मेडल.