हिसार | हरियाणा के हिसार में स्थित महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य योजनबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है. तीन चरणों में विकसित होने वाले इस एयरपोर्ट को 7,200 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा. इसके विस्तार के बाद इसकी संचालन क्षमता बढ़ाई जाएगी. फिलहाल, एयरपोर्ट पर 3,300 मीटर लंबे रनवे पर फाइनल लेयर बिछाई जा रही है. इसके अलावा, एयरपोर्ट की चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
वहीं, सुरक्षा के दृष्टिगत इंटरनेशनल मानकों के अनुरूप वॉच टावर स्थापित किए गए हैं. कम विजिबिलिटी में प्लेन की लैंडिंग आसानी से हो सकें, इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस एडवांस लाइट सिस्टम लगाए गए हैं. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2024 की शुरुआत में हिसार एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू हो सकती है. शुरुआत में रीजनल कनेक्टिविटी के तहत हिसार से अलग- अलग राज्यों के लिए हवाई सेवा की शुरुआत की जाएगी. सरकार नए साल पर 18 सीटर विमान लैंडिंग की योजना बना रही है.
नई टर्मिनल बिल्डिंग को लेकर टेंडर जारी
हिसार एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी. इसकी क्षमता 2.1 मिलियन पैसेंजर सालाना होगी. एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया द्वारा इसे लेकर अगले महीने टेंडर जारी कर दिया जाएगा. इसके साथ ही, एयर ट्रैफिक कंट्रोल का टेंडर भी जारी किया जाएगा.
एयरपोर्ट के नीचे बनेगा रेलवे स्टेशन
हिसार स्थित एयरपोर्ट से दिल्ली तक हाई स्पीड ट्रेन चलाने के प्रोजेक्ट को रेलवे प्रशासन द्वारा जुलाई 2019 में मंजूरी दे दी गई थी. इस योजना के तहत, हाई स्पीड ट्रेन मात्र 90 मिनट में हिसार से दिल्ली का सफर पूरा करेगी. इस ट्रेन का बीच रास्ते कहीं पर भी स्टॉपेज नहीं होगा. इसके लिए स्टेशन भी हिसार एयरपोर्ट के नीचे अंडरग्राउंड बनाया जाएगा ताकि पूरी सुरक्षा व्यवस्था से यात्रियों को गुजारा जा सके. हांसी- महम रेल लाइन पूरी होने के बाद यह प्रोजेक्ट सिरे चढ़ने की संभावना है.
हिसार इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खासियतें
- 7200 एकड़ जमीन पर बनेगा.
- 300 मीटर का रनवे बनेगा.
- तीसरे चरण में मुख्य रनवे के साथ दूसरा रनवे भी बनाया जाएगा.
- एयर कार्गो-घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान उतर सकेंगे.
- माल ढुलाई व ट्रक आदि के लिए अलग टर्मिनल बनेगा.
- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पैसेंजर के लिए अलग-अलग टर्मिनल.
- 50 एयरक्रॉफ्ट के लिए पार्किंग जगह.
- रेल यातायात से एयरपोर्ट को जोड़ा जाएगा.