हिसार | हाल ही में एजुकेशनल प्लेटफॉर्म Unacademy पर कानून पढ़ाने वाले शिक्षक करण सांगवान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो में करण सांगवान कह रहे हैं कि इस बार पढ़े- लिखे व्यक्ति को वोट दें. पढ़े- लिखे नेताओं को वोट देने की अपील भरने पर अनएकेडमी ने हिसार के शिक्षक करण सांगवान को नौकरी से निकाल दिया. इस पर अब संग्राम छिड़ चुका है. कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
राजनीतिक जगत से आई तीखी प्रतिक्रिया
बता दें कि जब हैशटैग #UninstallUnacademy ने एक मुहिम का रूप ले लिया और प्रक्रिया आगे बढ़ी तो राजनीतिक जगत खासकर विपक्षी दलों के नेता शिक्षक करण सांगवान के समर्थन में आ गए और कंपनी के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट किया, ”शिक्षित नेताओं को वोट देने की अपील भरने पर अनएकेडमी ने हिसार के शिक्षक करण सांगवान को नौकरी से निकाल दिया. न तो सरकार समय पर भर्ती करती है, न ही रोजगार की कोई व्यवस्था यदि कोई सवाल उठाया जाता है तो इसी तरह दबाव बनाकर परेशान किया जाता है यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में शिक्षकों को यह अपमान सहना पड़ रहा है. इस ट्वीट में आप वायरल वीडियो भी देख सकते हैं.
पढ़े लिखे नेताओं को वोट करने की अपील भर करने के कारण हिसार के अध्यापक करन सांगवान को Unacademy ने नौकरी से निकाल दिया।
ना सरकार समय से भर्ती करती, ना कोई रोजगार की व्यवस्था। कोई सवाल उठाये तो इस तरह दबाव बनाकर प्रताड़ित किया जाता है। दुर्भाग्य की बात है कि देश में शिक्षकों को… pic.twitter.com/vtkBtW0Nzx
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) August 17, 2023
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”क्या पढ़े-लिखे लोगों से वोट देने की अपील करना अपराध है? अगर कोई अनपढ़ है तो मैं व्यक्तिगत तौर पर उसका सम्मान करता हूं.’ लेकिन जन प्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते. यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का युग है. अनपढ़ जन प्रतिनिधि कभी भी 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण नहीं कर सकते.
क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते। https://t.co/YPX4OCoRoZ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 17, 2023
कंपनी के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट किया, “जो लोग दबाव के आगे झुकते हैं, वे कभी भी इस दुनिया में सभी बाधाओं के खिलाफ खड़े नागरिकों का पोषण करने में मदद नहीं कर सकते हैं. ऐसे रीढ़हीन और कमजोर लोगों को एक शैक्षिक मंच चलाते हुए देखना दुखद है.”
Unacademy के सह-संस्थापक ने कही ये बात
इस पूरे विवाद पर Unacademy के को- फाउंडर रोमन सैनी का बयान भी सामने आया, जिसमें इस बात की पुष्टि की गई कि टीचर करण सांगवान को मंच से हटा दिया गया है. रोमन सैनी ने एक्स (ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम एक शैक्षिक मंच हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसलिए हमने अपने सभी शिक्षकों के लिए एक सख्त आचार संहिता लागू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे शिक्षार्थियों को निष्पक्ष ज्ञान तक पहुंच मिले.”
We are an education platform that is deeply committed to imparting quality education. To do this we have in place a strict Code of Conduct for all our educators with the intention of ensuring that our learners have access to unbiased knowledge.
Our learners are at the centre of…
— Roman Saini (@RomanSaini) August 17, 2023
सैनी ने आगे कहा है कि कक्षा व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने की जगह नहीं है क्योंकि वे उन्हें गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं. वर्तमान स्थिति में हमें करण सांगवान से अलग होने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया था.
टीचर करण सांगवान ने दिया ये बयान
खैर, इस पूरे विवाद पर टीचर करण सांगवान (Karan Sangwan) ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि ”वायरल वीडियो की वजह से मैं विवाद में आ गया हूं. इस विवाद के कारण मुझे इसका परिणाम भुगतना पड़ रहा है.’ यह विवाद किस वजह से शुरू हुआ, किस प्लेटफॉर्म से शुरू हुआ, इसकी सारी जानकारी 19 अगस्त को इसी यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो के जरिए विस्तार से साझा की जाएगी.
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