हिसार । दिन-प्रतिदिन बढ़ती भौतिकवादी सुविधाओं ने मनुष्य का जीवन आरामदायक तो बना दिया लेकिन शारिरिक श्रम की कमी के कारण स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्या भी बढ़ने लगी है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए साइकिल चलाना एक बेहतरीन विकल्प है. विश्व साइकिल दिवस पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बीआर कंबोज खुद साइकिल चलाकर कार्यालय पहुंचे ताकि और लोग भी प्रेरित होकर साइकिल चलाने के कदम को चुनें. हर रोज आधा घंटा भी अगर साइकिल चलाई जाएं तो इसके ढेरों फायदे मिलते है.
साइकिल चलाने के यह बताएं फायदे
कुलपति प्रो बीआर कंबोज ने लोगों से आह्वान किया कि हम अपने आसपास की दूरी तय करने के लिए किसी वाहन की बजाय साइकिल चलाने को प्राथमिकता देते है तो प्रतिदिन सैकड़ों लीटर ईंधन की खपत कम होगी और पर्यावरण भी शुद्ध बना रहेगा. चिकित्सकों की मानें तो प्रतिदिन साइकिल चलाने से आदमी शारीरिक रूप से ही नहीं अपितु मानसिक रूप से भी स्वस्थ बना रहता है. यह एक बेहतरीन एक्सरसाइज है जो ह्रदय, रक्त वाहिकाओं और फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने का काम करती है. हर रोज अगर आधा घंटा साइकिलिंग की जाएं तो पेट की चर्बी कम होती है और शरीर की शारीरिक बनावट बनी रहती है. इसके प्रयोग से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता हैं और थकावट की वजह से आदमी अच्छी नींद ग्रहण करता है. सुबह-सुबह साइकिल चलाने से शरीर सारा दिन उर्जावान महसूस करता है.
3 जून को मनाया जाता है विश्व साइकिल दिवस
अधिकारिक तौर पर पहली बार विश्व साइकिल दिवस की शुरुआत 3 जून 2018 को हुई थी. साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है हीं, साथ ही पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है. विश्व साइकिल दिवस का उद्देश्य लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना है ताकि मनुष्य शारिरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें. साथ ही बच्चों एवं युवाओं के लिए स्वास्थ्य को बेहतर बनाने एवं बीमारियों से बचाव हेतु जागरुक करना भी है.
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