झज्जर में आया भूकंप, रिक्टर स्केल पर 2.5 रही तीव्रता

झज्जर | हरियाणा के झज्जर जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं. यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा ट्वीट कर दी गई है. वैज्ञानिकों ने बताया कि भूकंप सुबह 7 बजकर 8 मिनट पर आया है. रिक्टर स्केल पर तीव्रता 2.5 रही है. अभी तक किसी भी तरह से नुकसान होने की खबर नहीं मिली है. खबर की अपडेट जारी रहेगी…

EARTHQUEAK BHUKAMP

इस प्रकार मापी जाती है तीव्रता

भूकंप को रिक्टर स्केल से मापा जाता है. रिक्टर स्केल भूकंपीय तरंगों की तीव्रता को मापने का एक गणितीय पैमाना है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहते हैं. रिक्टर स्केल पर भूकंप को उसके केंद्र यानी एपिसेंटर से 1 से 9 के आधार पर मापा जाता है. यह पैमाना पृथ्वी के अंदर से निकली ऊर्जा के आधार पर भूकंप की तीव्रता को मापता है.

भूकंप का ये होता है कारण 

ऐसे में पर्यावरणविद श्रवण कुमार की माने तो भूकंप के कई कारण हो सकते हैं लेकिन आज के समय में भूकंप आने का सबसे बड़ा कारण मानवीय क्रियाएं हैं. पहाड़ काटे जा रहे हैं, धरती की गहराइयों से तेल निकाला जा रहा है, पेड़ों की संख्या घट रही है और उनकी जगह ऊंची-ऊंची इमारतें बन रही हैं. ये सभी प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ते हैं, जिससे समय-समय पर भूकंप आते रहते हैं. भूकंप आने का जानें वैज्ञानिक कारण

भूकंप कैसे और क्यों आते हैं, इसे वैज्ञानिक रूप से समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. दरअसल यह धरती टेक्टोनिक प्लेट्स पर स्थित है. इसके नीचे तरल लावा है. ये प्लेटें जो लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकराती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं और अधिक दबाव पड़ने पर ये प्लेटें टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकलने वाली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ लेती है और इस विक्षोभ के बाद भूकंप आता है.

भूकंप का ये होता है केंद्र

भूकम्प का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे भूगर्भीय ऊर्जा प्लेटों में गति के कारण मुक्त होती है इस स्थान पर भूकंप का प्रभाव सबसे अधिक होता है और सबसे तेज कंपन होता है. जैसे-जैसे कंपन की आवृत्ति दूर होती जाती है, इसका प्रभाव कम होता जाता है लेकिन अगर रिक्टर स्केल पर 7 या उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आता है तो झटके 40 किमी के दायरे में तेज हो जाते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि भूकंप की आवृत्ति ऊपर की ओर है या नीचे की ओर. यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर की ओर है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा.

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