झज्जर | कहते हैं कि अगर इंसान मन में कुछ करने की ठान ले तो दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत भी उसे कामयाब होने से नहीं रोक सकती. ऐसा ही कुछ साबित कर दिखाया है हरियाणा के झज्जर के खिलाडी नितेश कुमार ने. पेरिस में आयोजित हुए पैरालंपिक 2024 मुकाबले में इन्होंने बैडमिंटन में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. साल 2018 से वह करनाल के कर्ण स्टेडियम में 50 से 60 बच्चों को कोचिंग दे रहे हैं. यहाँ वह खुद भी प्रैक्टिस कर रहे हैं. वह एसएल- 3, डबल्स एसएल- 3- एसयू- 5 वर्ग में खेलते हैं. इस वर्ग में वह मौजूदा समय में नंबर-वन खिलाड़ी हैं.
संघर्षों से भरा रहा है जीवन
उनके यहां तक पहुंचने की यात्रा इतनी आसान नहीं रही. उन्होंने जीवन में काफी संघर्ष किया. उसके बाद, यह मुकाम पाया. एक बार हादसे में वह अपना पैर भी खो बैठे थे, लेकिन आज उन्होंने इस सफलता को प्राप्त कर प्रदेश के साथ- साथ देश का भी नाम विश्व पटल पर चमका दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, 30 वर्षीय नितेश ने हिमाचल प्रदेश आईआईटी मंडी से 2013 में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की. बचपन से ही फुटबॉल खेलने के शौकीन नितेश साल 2009 में विशाखापट्टनम में रेल हादसे का शिकार हो गए.
कई महीने बिताए बिस्तर पर
कई महीनो उन्होंने बिस्तर पर बिताए. इस हादसे में उन्होंने अपना पैर गँवा दिया, लेकिन उन्होंने निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. उन्होंने बाद में इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी मंडी में एडमिशन लिया. यह वह समय था जब उनका रुझान बैडमिंटन के प्रति हो गया. साल 2016 में वह पहली बार हरियाणा की टीम में सिलेक्ट हुए. फरीदाबाद में नेशनल पैरालंपिक खेलों में उन्होंने डेब्यू करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. मशहूर भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली को वह अपना आदर्श मानते हैं. नितेश के पिता भारतीय नेवी में काम कर रहे हैं. करनाल में खेल विभाग के डायरेक्टर राकेश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि नितेश करनाल में सीनियर कोच के पद पर कार्यरत हैं.
ये हैं इनकी उपलब्धियां
- एशियन पैरा गेम्स (2022) में गोल्ड मेडल जीता
- एशियन पैरा गेम्स (2022) में सिल्वर मेडल जीता
- एशियन पैरा गेम्स (2022) में ब्रॉंज मेडल जीता
- एशियन पैरा गेम्स (2018) में ब्रॉन्ज मेडल जीता
- वर्ल्ड चैंपियनशिप (2024) में ब्रॉन्ज मेडल जीता
- वर्ल्ड चैंपियनशिप (2022) में सिल्वर मेडल जीता
- वर्ल्ड चैंपियनशिप (2019) में सिल्वर मेडल जीता