झज्जर | मौलिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जिला कारागारो में कैदियों एवं बंदियों के बच्चों को पढ़ाने के लिए जेबीटी शिक्षकों की ड्यूटी बारे प्रस्ताव मांगे गए थे लेकिन स्थानीय जिला कारागार के लिए किसी भी जेबीटी शिक्षक ने रुचि नहीं दिखाई. जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह ने बताया कि उन्हें इस पत्र के संदर्भ में अभी तक किसी भी शिक्षक का प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है.
बता दें कि बीती 21 मई को मौलिक शिक्षा निदेशक हरियाणा, पंचकूला द्वारा प्रदेश के मौलिक शिक्षा अधिकारियों को भेजें गए पत्र में जिला जेलों में कैदियों एवं बंदियों के बच्चों को पढ़ाने हेतु जेबीटी शिक्षकों की ड्यूटी बारे प्रस्ताव मांगे गए थे. इसी बाबत झज्जर जिले में संबंधित शिक्षकों के साथ निदेशालय के पत्र को शेयर किया गया था.
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह ने बताया कि यह ऐच्छिक ड्यूटी है और जेल में शिक्षक की नियुक्ति भी अस्थाई तौर पर होगी. इनमें हिसार, रेवाड़ी तथा पलवल कारागार को छोड़कर बाकी सभी जिलों में शिक्षकों के प्रस्ताव मांगे गए थे. लेकिन फिलहाल किसी भी जेबीटी शिक्षक ने कैदियों एवं बंदियों के बच्चों को पढ़ाने के लिए अपना आवेदन नहीं किया है.
वहीं जिला कारागरो में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर शिक्षक वर्ग में भारी रोष देखने को मिल रहा है. इसको लेकर शिक्षकों का कहना था कि उनकी अलग-अलग मोर्चा पर ड्यूटी लगाई गई है और वे अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं. कोरोना काल के दौरान भी कई शिक्षक संक्रमित होकर अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं.शायद यही वजह है कि अभी तक यह अस्थाई नौकरी करने के लिए किसी शिक्षक ने आवेदन नहीं किया है.
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