जींद । परिवार पहचान-पत्र में पैसे लेकर फर्जीवाड़ा करने के मामला सामने आया है. पैसे लेकर आय व अन्य विकल्प बदलने वाले गिरोह में शामिल नरवाना निवासी बंटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपित बंटी मुख्य आरोपित हिसार जिले के गांव दुर्जनपुर निवासी मिक्कू के साथ What’s App व Telegram ग्रुप से जुड़ा हुआ था जो बुढ़ापा पेंशन फिर चालू करवाने और नई पेंशन बनवाने के लिए अब तक 450 आईडी में बदलाव कर चुका है.
मुख्य आरोपित मिक्कू ने पुलिस को बताया है कि उसके पास आने वाले अधिकतर आईडी में आय कम करनी होती थी क्योंकि परिवार पहचान पत्र में आय अधिक होने के चलते काफी लोगों की पेंशन रुकी हुई थी और उस पेंशन को फिर से चालू करने और नई पेंशन बनवाने के लिए आय को कम करना होता था.
मिक्कू ने बताया है कि परिवार पहचान पत्र में बदलाव के लिए उसने CSC सेंटर चलाने वाले लोगों के लिए 300 रुपए प्रति आईडी तय किया हुआ था. जिस आईडी में बदलाव करना होता था, उसके डाक्यूमेंट्स के साथ ही ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवा लेते थे. हालांकि इस मामले में पकड़े जा चुके दो अन्य आरोपित नरवाना निवासी बंटी और न्यू कृष्णा कालोनी निवासी यशवीर इसकी अवज में लोगों से 500 से दो हजार रुपए तक वसूलते थे.
मिक्कू ही कर सकता था आईडी में बदलाव
मुख्य आरोपित मिक्कू ने पुलिस को बताया है कि नागरिक संसाधन सूचना विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर आइडी में बदलाव कैसे होता है, इसकी जानकारी सिर्फ उसे ही थी. यह जानकारी उसने दूसरे CSC संचालकों से शेयर नहीं की थी. वह गिरोह में शामिल दूसरे लोगों को सिर्फ यही बताता था कि उसकी मुख्यालय में सेटिंग है और वही पर बदलाव के लिए आईडी भेजी जाती थी. उसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होते ही वह आपरेटर राजू की मदद से उसमें बदलाव कर देता था.
वहीं इस गिरोह में शामिल एक अन्य आरोपित गांव डूमरखां निवासी सुनील को फतेहाबाद पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं. सुनील भी मुख्य आरोपित मिक्कू से जुड़ा हुआ था और What’s App और Telegram ग्रुप में पोस्ट कर नए ग्राहकों की तलाश करता था.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!