जींद | हरियाणा में पुरानी पेंशन (OPS) बहाल करने की मांग तेज होती जा रही है. इस मांग को लेकर 19 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी दी गई है. सर्व जाति पंचायत बिनैन खाप और कंडेला खाप ने भी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग का समर्थन करने की बात कही है. कर्मचारियों के साथ खाप सदस्य भी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और ओपीएस बहाल करने की मांग करेंगे.
घेराव के दौरान प्रतिनिधि रहेंगे मौजूद
राज्य की कंडेला खाप और बिनैन खाप ने स्पष्ट किया कि कल्याणकारी राज्य में कर्मचारियों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है. हिमाचल व पंजाब सरकार की तर्ज पर हरियाणा सरकार को तत्काल प्रभाव से पुरानी पेंशन बहाल करनी चाहिए. कंडेला खाप के प्रतिनिधियों ने कहा कि विधायक और सांसद को तीन और चार पेंशन मिलती है.
सरकार कर्मचारियों की जेब काटने का कर रही काम
आगे कहा कि सरकार कर्मचारियों की जेब काटने का काम कर रही है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए सभी बड़ी संख्या में उपस्थित हों ताकि पुरानी पेंशन बहाली की मांग जोर- शोर से उठायी जा सके.
सरकार के लिए खड़ी हो सकती है परेशानी
बता दें कि हिमाचल में पुरानी पेंशन योजना सरकार के लिए सिरदर्द बनती जा रही है क्योंकि इस योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन लंबे समय से हो रहे हैं. ऐसे में अगर सरकार इस योजना को वापस नहीं लेती है तो प्रदर्शन और तेज होगा, जिससे आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ऐसा इसलिए भी क्योंकि हिमाचल में बीजेपी इसी वजह से हारी है. वहां पर कांग्रेस ने इसी स्कीम को लागू करने को लेकर वादा किया था. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो कांग्रेस की जीत की वजह पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना ही है.
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