जींद । हरियाणा रोडवेज में यात्रा करने वाले यात्रियों पर अब दोगुनी मार पढ़ने जा रही है. कोविड-19 कोरोना काल के पश्चात जब देश में अनलॉक हुआ तो सिर्फ 30 यात्रियों को ही बसों में बैठने की अनुमति थी. उस समय 5 से 7 रुपए तक का टोल टैक्स बढ़ा दिया गया था. उस समय यह बात कही गई थी कि जब ऐसी स्थितियां सामान्य हो जाएंगी तो टोल टैक्स को फिर से कम कर दिया जाएगा और यात्रियों को राहत दी जाएगी, परंतु अभी तक यह टोल टैक्स यात्रियों से वसूल किया जा रहा है. हालांकि, वर्तमान में हालात काफी सुधर चुके हैं और बसों में भी पहले से ज्यादा 52 यात्रियों को बैठाए जाने लगा है. कोरोना महामारी के नाम पर हो रही अवैध वसूली बंद नहीं हुई है. पहले जींद से हिसार तक का किराया 80 रुपए होता था परंतु अभी भी बढ़ा हुआ किराया जो कि 85 रुपए है, वही लिया जा रहा है. जींद से चंडीगढ़ जाने के लिए भी 10 रुपए अधिक लिए जा रहे हैं.
परिवहन विभाग ने पिछले साल 23 जून 2020 को कोरोना महामारी की बात करते हुए यात्रियों की संख्या को कम करने और टैक्स बढ़ाने के आदेश दिए थे. टैक्स बढ़ोतरी को केवल और केवल तब तक लागू करने के आदेश दिए गए थे, जब तक बसों में सभी यात्रियों को बैठने की इजाजत नहीं दी जाती. 6 अगस्त 2020 को सीटों के हिसाब से बसों में यात्रियों के बैठने के आदेश दिए गए थे लेकिन यह आदेश अब हटा देना चाहिए क्योंकि अब कोरोना महामारी का संकट टल चुका है. फिर भी यात्रियों से टैक्स वसूला जा रहा है. इसकी वजह से यात्रियों को 5 से 7 रुपए अधिक किराया देना पड़ रहा है. जींद से चंडीगढ़ जाने के लिए 225 रुपए का किराया बनता है परंतु यात्रियों से 230 रुपए लिए जाते हैं. जींद से नरवाना के लिए 45 रुपए की अपेक्षा 50 रुपए वसूल किए जाते हैं.
मामले की होगी जांच, कर्मचारियों से ली जाएगी जानकारी
जीएम जींद डिपो के महाप्रबंधक विजेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए कहा है कि कोरोनावायरस को देखते हुए परिवहन विभाग ने टोल टैक्स को बढ़ाया था. इस संबंध में कर्मचारियों से जानकारी ली जाएगी कि बढ़ा हुआ टोल टैक्स किराया वापस हुआ है या नहीं. इसके पश्चात ही परिवहन विभाग से निर्देश मांगा जाएगा.
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