जींद । पिछले साल कोरोंना के शुरुआती लॉकडाउन के बाद परिवहन विभाग में 50 फीसद यात्रियों के साथ बसें शुरू की गई थी. जिससे टोल टैक्स बढ़ा दिया गया था. इसकी वजह से हर रूट का किराया भी 5 से ₹7 तक बढ़ गया था. उस दौरान परिवहन विभाग की तरफ से कहा गया था कि हालात सामान्य होने पर टोल टैक्स की बढ़ाई गई राशि वापस कर दी जाएगी.
प्रतीकात्मक तस्वीर
अब तक वसूल किए जा रहे हैं टैक्स के नाम पर ग्राहकों से अतिरिक्त पैसे
अभी तक भी यात्रियों से टोल के नाम पर अतिरिक्त पैसे वसूले जा रहे हैं. पिछले सात महीनों से टोल बंद रहे. जिसके कारण रोडवेज और निजी बसों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ता है. बता दें कि यात्रियों से पांच से ₹10 टोल टैक्स के रूप में किराए में जोड़कर लिए जा रहे हैं. प्रदेश में आपस में जिलों को जोड़ने वाले लगभग हर रूट पर टोल प्लाजा लगे हुए हैं.
जिस भी रूट पर टोल प्लाजा है उस रूट पर सामान्य से ₹5 ज्यादा किराया लिया जा रहा है. बता दे कि अनलॉक के बाद जब बसें शुरू हुई थी तो 50 फीसदी यात्रियों के साथ बसों को चलाने की अनुमति दी गई थी. जैसे इस बार का किराया ₹85 बनता था, लेकिन अब ₹90 लिया जा रहा हैं. जींद से नरवाना तक का किराया 40 रूपये लगना चाहिए,लेकिन 45 रूपये लिए जा रहे है.
इतने किलोमीटर पर लिए जा रहे इतने अतिरिक्त पैसे
- -50 किलोमीटर तक पांच रुपये अतिरिक्त
- -100 किलोमीटर तक सात रुपये अतिरिक्त
- -180 किलोमीटर तक 10 रुपये अतिरिक्त
- -200 किलोमीटर से ज्यादा 12 रुपये अतिरिक्त