जींद | हरियाणा के जींद जिले में प्रकृति का अजीबोगरीब रंग देखने को मिला है. यहां 19 अप्रैल यानि बुधवार को शाम 5 बजे के आसपास शहर में कई जगहों पर आंधी के साथ भारी ओलावृष्टि हुई है तो वहीं शहर के आधे हिस्से में एक बूंद पानी तक नहीं बरसा. बारिश और ओलावृष्टि से मंडियों में गेहूं भीग गया तो वहीं दूसरी ओर खेतों में गेहूं कटाई के साथ तुड़ी बनाने का काम भी प्रभावित हुआ है. बारिश के बाद गेहूं की फसल भीगने से कंबाइन रूक गई. वहीं गेहूं के फसल अवशेष भीगने से तुड़ी बनाने की मशीन रिपर भी नहीं चल पाई.
इन गांवों में पड़े ओले
बुधवार दोपहर बाद मौसम में अचानक से बदलाव हुआ और आसमान में काली घटा छा गई. शाम 5 बजे के आसपास तेज आंधी के साथ एकदम बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई. जींद से उचाना तक नरवाना रोड़, झांझ, खटकड़, कहसून, बड़ौदा, घोघड़ियां , उचाना समेत 20 से भी ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि देखने को मिली है.
शहर के इन हिस्सों में एक बूंद भी नहीं
एक तरफ जहां जींद शहर के आधे हिस्से पटियाला चौक से नरवाना रोड़ की ओर बारिश के साथ ओलावृष्टि देखने को मिली है. शहर में ओलावृष्टि से सफेद चादर सी बिछ गई थी तो वहीं दूसरी ओर रोहतक रोड़, भिवानी रोड़ और गोहाना रोड़ की तरफ एक बूंद बारिश भी नहीं हुई. यहां पर हल्की धूप देखने को मिली.
गेहूं का काम हुआ प्रभावित
कल शाम हुई बारिश और ओलावृष्टि ने अन्नदाता की परेशानियों को और अधिक बढ़ा दिया है. जो किसान मंडियों में फसल लेकर पहुंचे थे, उनकी फसल भीग गई जिससे MSP पर बेचने में मुश्किलें आएंगी. वहीं दूसरी ओर खेतों में जो फसल खड़ी हैं, बारिश से कटाई का काम प्रभावित हो गया है. वहीं कंबाइन से जो गेहूं की फसल निकाली जा चुकी थी, वहां अवशेष भीगने से तुड़ी बनाने का काम रूक गया है.
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