जींद | हरियाणा में लोकसभा चुनावों के दौरान BJP की खुलकर खिलाफत करने वाले सूबे के सरपंचों ने एक बार फिर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करने की तैयारी कर ली है. शुक्रवार को जींद की जाट धर्मशाला में सरपंच एसोसिएशन ने राज्य स्तरीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें बीजेपी को 7 जुलाई तक का अल्टिमेटम दिया गया है. इसके साथ ही, सरपंचों ने विधानसभा चुनाव में पूर्व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली का विरोध करने का फैसला लिया है.
बबली का विरोध करेंगे सरपंच
सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर समैण ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली किसी पार्टी से या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ें, सरपंच एसोसिएशन उसके खिलाफ प्रचार करेगा और हर सूरत में बबली का विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरपंच एसोसिएशन कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात कर उनकी मांगों को कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल करने की मांग करेगा. इसके बाद, 7 जुलाई को सरपंचों की राज्यस्तरीय बैठक बुलाकर आगामी फैसला लिया जाएगा.
रणबीर समैण ने कहा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने सरपंचों के अधिकार छीनकर उन्हें शक्ति विहीन कर दिया है. लोकतंत्र की छोटी इकाई का गला घोंटा गया है. लोकसभा चुनावों में बीजेपी सरपंचों के इसी गुस्से का शिकार बनी और उन्हें 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. अब विधानसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी सरकार को जगाने के लिए सभी सरपंचों को एकजुट किया जाएगा.
देवेन्द्र बबली ने किया अपमानित
उन्होंने कहा कि पंचायतों के अधिकारों को छीनने वाला पूर्व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली है. उसने हरियाणा की पंचायतों को अपमानित करने का काम किया है. सरपंचों के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है. ऐसे अहंकारी व्यक्ति को जो भी पार्टी विधानसभा चुनाव में टिकट देगी, उस पार्टी का सरपंच एसोसिएशन जमकर विरोध करेगी. यदि बबली निर्दलीय चुनाव भी लड़ेगा तो भी उसका विरोध किया जाएगा. सरपंचों ने कहा कि यदि सरकार बातचीत के लिए पहल करती है तो हम बातचीत करने के लिए तैयार है.
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