जींद | हरियाणा के जींद जिले (Jind District) का एक गांव युवाओं में देशभक्ति की अलख जगाने के लिए किए गए प्रयासों की बदौलत चौतरफा सुर्खियों में बना हुआ है. यहां उचाना (Uchana) हल्के के करसिधुं गांव में हर चौराहे पर बलिदानियों की प्रतिमा स्थापित की गई है, ताकि बाहर से आवागमन करने वालों के साथ- साथ युवाओं और ग्रामीणों को देशभक्ति का संदेश दिया जा सकें.
ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के हर चौराहे का नाम देश की आजादी में बलिदान होने वाले के महापुरुषों के नाम पर रखा गया है. बलिदानियों के साथ- साथ महापुरुषों के जीवन से युवाओं को प्रेरणा मिले, ये ग्राम पंचायत का उद्देश्य है.
बलिदानियों की याद में निकलती है यात्रा
जींद जिले के इस गांव में स्वतंत्रता दिवस के अलावा बलिदानियों की पुण्यतिथि, जन्मदिवस पर युवा उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन उनकी प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित करते हैं और उनकी याद में यात्रा निकाली जाती है. करसिधुं गांव के अलग- अलग चौराहों पर बलिदानी भगत सिंह, उधम सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमाएं लगी हुई है.
रजबाहे पर बोस की प्रतिमा
गांव की युवा पीढ़ी ने कहा कि गांव का हर चौराहा देशभक्ति की अलख जगाने का काम कर रहा है. गांव के रजबाहे वाले चौराहे के ऊपर भी देश की आजादी में निर्णायक भूमिका निभाने वाले सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है. इससे युवा पीढ़ी को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है.
संविधान निर्माता की प्रतिमा
युवाओं ने कहा कि पूरे जींद जिले में एकमात्र उनका ऐसा गांव है, जिसके हर चौराहे पर देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले बलिदानियों की प्रतिमा स्थापित की गई है. आमजन को उनके अधिकार दिलाने वाले संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा भी लगी हुई है. बलिदानियों और महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करने के पीछे ग्राम पंचायत का मकसद गांव के युवाओं के साथ- साथ आने- जाने वालों को भी देशभक्ति भावना से प्रेरित करना है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!