जींद | हरियाणा के जींद जिले में कपास के बाद गन्ने का रकबा भी घट सकता है. गन्ने का रकबा घटने का कारण धान की अच्छी कीमत है. इस बार बासमती धान की बंपर पैदावार हुई है और दाम भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हैं. मंडियों में धान की फसल 80 से 90 हजार रुपये प्रति एकड़ बिकी है. जबकि गन्ने की फसल प्रति एकड़ 300 से 400 क्विंटल उत्पादन देती है. जो एक से सवा लाख रुपये तक है.
जहां धान की फसल 90 से 120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है जबकि गन्ना 12 माह में तैयार हो जाता है. गन्ने की फसल की कटाई और उसे चीनी मिल तक पहुंचाने में भी जोखिम होता है और किसानों को इसके भुगतान के लिए महीनों तक इंतजार करना पड़ता है. वहीं, दूसरी ओर धान की फसल को काटकर बाजार तक पहुंचाना आसान होता है और भुगतान भी जल्दी मिल जाता है. उसके बाद किसान अपने खेत से गेहूं या सरसों की फसल ले सकते हैं.
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