रामनवमी पर बन रहे 4 दुर्लभ योग, इन 3 राशि के जातकों की चमक जाएगी किस्मत

ज्योतिष | देशभर में रामनवमी (Ramnavami 2023) का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. प्रत्येक साली यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन ही भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था. इस विशेष अवसर पर सभी मठ एवं मंदिरों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है और भगवान श्री राम की पूजा अर्चना करने का भी इस दिन विशेष महत्व है.

Ram Navami

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष रामनवमी के पर्व के दिन चार अत्यंत शुभ योगों का भी निर्माण हो रहा है जिस वजह से इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.

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इन चार शुभ योगो का हो रहा निर्माण

आज गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में इसका प्रभाव कुछ राशि के जातकों पर सकारात्मक पड़ने वाला है तो कुछ राशि के जातकों की परेशानियां बढ़ने वाली है. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि इन चार अत्यंत शुभ योगों से किन राशि के जातकों की किस्मत चमकने वाली है.

इन 3 राशि के जातकों की चमकेगी किस्मत

वृषभ राशि: इन चार शुभ योगों के निर्माण की वजह से इस राशि के जातकों को काफी लाभ मिलेगा. इस अवधि में आप कोई नया काम भी शुरू कर सकते हैं, निवेश के लिए भी मौजूदा समय काफी बढ़िया है.

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सिंह राशि: इस राशि के जातकों के लिए यह समय अति उत्तम है. इस अवधि में आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी. साथ ही, पुराने ऋण से भी आपको छुटकारा मिलने वाला है. आय के नए स्त्रोत उत्पन्न होंगे, आय में वृद्धि के भी योग बन रहे हैं.

तुला राशि: मौजूदा समय तुला राशि के जातकों के लिए काफी अच्छा रहने वाला है. इस अवधि में विवाह संबंधित प्रस्ताव भी मिल सकते हैं. साथ ही, आपको कोई अच्छा समाचार भी मिल सकता है. इनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होने वाला है.

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रामनवमी का महत्व

हिंदु मान्याताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों का अंत करने के लिए भगवान श्रीराम के रूप में अवतार लिया था. भगवान श्रीराम का जन्म राजा दशरथ और माता कौशल्या के यहां हुआ था. श्रीराम का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था. मध्याह्न काल दो घंटे 24 मिनट तक चलता है. इस दिन को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान श्रीराम का भी अभिषेक कर पूजा अर्चना करते हैं.

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