नई दिल्ली | वैसे तो दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और उससे अगले दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. अबकी बार दिवाली से अगले दिन सूर्य ग्रहण था, जिस वजह से उस दिन गोवर्धन पूजा का पर्व नहीं मनाया गया. अब लोगों में भाई दूज के त्यौहार को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि वह 26 अक्टूबर यानी आज या फिर 27 अक्टूबर यानी कल, कब इस त्यौहार को मनाएं.
लोगों में असमंजस की स्थिति
बता दें कि भाई दूज के त्यौहार को भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक माना जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई को टीका करती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. भाई दूज को भाई टिका, यम द्वितीया, भ्रात द्वितीया आदि नामों से भी जाना जाता है. इस त्यौहार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है.
इस मौके पर बहने अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख समृद्धि की कामना करती है, भाई भी अपनी बहनों को उपहार या शगुन के रूप में भेंट देते हैं. इस दिन मृत्यु के देवता यमराज का भी पूजन किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन मृत्यु के देवता यमराज अपनी बहन यमुना के बुलावे पर उनके घर भोजन करने के लिए पधारे थे. अबकी बार भाई दूज का त्योहार 26 अक्टूबर यानी आज और 27 अक्टूबर यानी कल दोनों ही दिन मनाया जाएगा.
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