ज्योतिष, Bhanu Saptami 2023 | भानु सप्तमी को हिंदू मान्यताओं और ग्रंथों में काफी शुभ दिन माना जाता है. रविवार के दिन सप्तमी तिथि के सहयोग पर भानु सप्तमी पर्व मनाया जाता है. अबकी बार यह 26 फरवरी यानि आज है. भानु सप्तमी के दिन भगवान सूर्यनारायण के लिए व्रत करते हुए उनकी उपासना करने का विधान है. ऐसा करने से आपको कई गुना पुण्य मिलता है. सूर्य को ऊर्जा का प्रतीक कहा जाता है.
मान्यता है कि इस दिन पूरे मन से यदि सूर्य की उपासना की जाए तो आपको हर तरह के पाप और दुखों से छुटकारा मिल जाता है. सूर्यदेव को अर्घ्य देने से आपकी याददाश्त अच्छी होती है और मन में भी शांति बनी रहती है.
इस प्रकार दें सूर्य भगवान को अर्घ्य
- सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान करें और पूरे मन से सूर्य भगवान की पूजा करें.
- तांबे के बर्तन में साफ पानी भरे, फिर उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल फूल डालकर सूर्य देव को ओम सूर्याय नमः कहते हुए अर्घ्य दें.
- सूर्य को अर्घ्य देते हुए पानी को तांबे के बर्तन में इकट्ठा करें और अर्घ्य का जल जमीन पर न गिरने दें.
- आदित्य हृदय स्त्रोत या सूर्य स्त्रोत का पाठ करें, ऐसा ना कर पाए तो सूर्य के 12 नाम जप ले.
- इसके बाद, आखिर में सूर्य देव से हाथ जोड़कर लंबी उम्र और निरोगी रहने की प्रार्थना करें. इस व्रत में पूरे दिन नमक नहीं खाना होता.
इस दिन अवश्य करें आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ
सूर्य देव को सभी ग्रहों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है. इस दिन जो भी भक्त सूर्य देव की पूजा अर्चना करते समय आदित्य हृदय और अन्य सूर्य स्त्रोत का पाठ करेंगे और इसे सुनेंगे तो उन्हें काफी शुभ फल प्राप्त होगा. इस दिन सुबह उठकर जो भी भक्त पूरे विधि विधान के साथ भानु सप्तमी का व्रत रखेगा, उसे मनचाहा फल प्राप्त होता है.
माना जाता है कि भक्त भी इस दिन गंगा स्नान करके सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं, ऐसा करने से उनकी आयु लंबी हो जाती है. साथ ही, काया भी निरोगी रहती है. ऐसे व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती.
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