9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि, जाने घट स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष | चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा 9 अप्रैल को है, इसी दिन से नवरात्रि की भी शुरुआत हो रही है. बता दें कि साल में कुल 4 बार नवरात्रि आती है, जिनमें से 2 गुप्त नवरात्रि एक शारदीय नवरात्रि और एक चैत्र नवरात्रि शामिल है. इस दिन घट स्थापना के साथ ही चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी. नवरात्रि के दौरान मां के भक्तों की तरफ से 9 दिन व्रत रखे जाते हैं, जिससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कलश स्थापना करने का क्या शुभ मुहूर्त है.

Navratri

जानें घट स्थापना का शुभ मुहर्त

नवरात्रि में घट स्थापना करने का शुभ मुहूर्त सुबह 9:00 से सूर्य अस्त तक रहने वाला है. वहीं, 9 अप्रैल के दिन सुबह 5:00 से सूर्यास्त तक आप कभी भी कलश स्थापना कर सकते हैं. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 8 अप्रैल की रात 11:55 मिनट से हो जाएगी और इसका समापन 9 अप्रैल की रात को 9:45 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से ही शुरू होगी.

यह भी पढ़े -  26 नवंबर को बुध बदलेंगे अपनी चाल, इन 3 राशियों की लगेंगी लॉटरी

इस प्रकार करें घट स्थापना

घट स्थापना मंदिर के उत्तर- पूर्व दिशा में करना काफी अच्छा माना जाता है. मां की चौकी लगाकर कलश को स्थापित करना चाहिए, इसके लिए सबसे पहले आपको उस स्थान को गंगाजल छिड़कर पवित्र कर लेना है. फिर लकड़ी की चौकी पर लाल रंग से स्वास्तिक बनाएं और कलश को वहां पर स्थापित कर दे. कलश में आप आम का पत्ता भी रख सकते हैं. इसके साथ एक सुपारी, कुछ सिक्के, दूर्वा, हल्दी की गाठ कलश में अवश्य डालें.

यह भी पढ़े -  12 साल बाद मार्गी होंगे गुरु ग्रह, फरवरी 2025 से शुरू होगा इन तीन राशियों का अच्छा समय

कलश के मुख पर एक नारियल लाल वस्त्र से लपेट कर रखें. कलश स्थापना के बाद ही अखंड दीपक की भी स्थापना की जाती है. उसके बाद, पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. वहीं, आपको हाथ में लाल फूल और चावल लेकर मां शैलपुत्री का ध्यान करके मंत्रों का जाप करना चाहिए.

मां दुर्गा के इन 9 स्वरूपों की होती है पूजा

  • पहला चैत्र नवरात्रि (09 अप्रैल 2024, मंगलवार) – मां शैलपुत्री पूजा, घटस्थापना
  • दूसरा चैत्र नवरात्रि (10 अप्रैल 2024, बुधवार) – मां ब्रह्मचारिणी पूजा
  • तीसरा चैत्र नवरात्रि (11 अप्रैल 2024, गुरुवार) – मां चंद्रघंटा पूजा
  • चौथा चैत्र नवरात्रि (12 अप्रैल 2024, शुक्रवार) – मां कुष्मांडा पूजा
  • पांचवां चैत्र नवरात्रि (13 अप्रैल 2024, शनिवार) – मां स्कंदमाता पूजा
  • छठा चैत्र नवरात्रि (14 अप्रैल 2024, रविवार) – मां कात्यायनी पूजा
  • सातवां चैत्र नवरात्रि (15 अप्रैल 2024, सोमवार) – मां कालरात्रि पूजा
  • आठवां चैत्र नवरात्रि (16 अप्रैल 2024, मंगलवार) – मां महागौरी पूजा और दुर्गा महा अष्टमी पूजा
  • नौवां चैत्र नवरात्रि (17 अप्रैल 2024, बुधवार) – मां सिद्धिदात्री पूजा, महा नवमी और रामनवमी
  • दसवां दिन नवरात्रि (18 अप्रैल 2024, गुरुवार) – दुर्गा प्रतिमा विसर्जन
यह भी पढ़े -  साल 2025 में गुरु ग्रह करेंगे राशि परिवर्तन, चमकेगा इन 3 राशि के जातकों का भाग्य

डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit