ज्योतिष | शास्त्रों के अनुसार, शनि देव को कर्म फलदाता और दंडनायक कहा जाता है. शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. इसी वजह से हर जातक को जीवन में एक बार उनके प्रकोप का सामना करना ही पड़ता है. ऐसे में व्यक्ति को हर क्षेत्र में असफलता मिलने के साथ आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. जैसे ही आपके पास पैसे आते हैं वह तुरंत प्रभाव से खर्च हो जाते हैं. इसी वजह से कहा जाता है कि यदि शनि की कृपा किसी राशि के जातक पर होती है तो वह उसे रातों- रात रंक से राजा बना देते हैं. वहीं, दूसरी तरफ अगर उनके प्रकोप का सामना करना पड़े तो इसका विपरीत होने में भी ज्यादा समय नहीं लगता.
जब किसी जातक की कुंडली में शनि ग्रह बैठता है तो उसमें काफी लंबे समय तक रहता है. ऐसे में जातक की कुंडली में शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या महादशी, वक्री चाल आदि का सामना करना पड़ता है. इस वजह से व्यक्ति की एक तरफ जहां आर्थिक स्थिति कमजोर होने लगती है. साथ-साथ नौकरी और बिजनेस में भी नुकसान होने लगता है. कानूनी मामलों में फसना, विवाह में अड़चन पैदा हो जाना तमाम तरह की परेशानियां उत्पन्न हो जाती है.
शनि की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए करें यह उपाय
- शनि के दोष को कम करने के लिए घोड़े की नाल का छल्ला बनवा कर बीच की उंगली में पहन लें.
- शनिवार के दिन शाम को छाया दान करें.
- जरूरतमंद गरीब लोगों को अनाज, वस्त्र आदि चीजों का दान करें.
- शनिवार के दिन उड़द की खिचड़ी का वितरण करना काफी अच्छा रहता है.
- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें. ऐसा करने से शनिदेव की कृपा आप पर बनी रहती है.
- इस दिन भगवान हनुमान जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. ऐसा करने से शनि के कष्ट कम हो जाते हैं.
- शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं. साथ ही, शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
- इस दिन भगवान शिव को काले रंग के तिल चढ़ाने चाहिए.