7 सदियों में पहली बार महाशिवरात्रि पर बन रहे दुर्लभ योग, इस तरह करें भगवान शिव को खुश

ज्योतिष | इस साल 18 फरवरी यानी शनिवार को महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का पर्व मनाया जाएगा. इस साल महाशिवरात्रि पर ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है जो 7 सदियों में पहली बार हो रहा है. महाशिवरात्रि के दिन पांच महायोग बन रहे हैं. इसके अलावा, इस दिन शनि प्रदोष व्रत भी है. पांच महायोग और प्रदोष व्रत की वजह से अबकी बार महाशिवरात्रि का महत्व और भी बढ़ गया है. इस दिन आप एक व्रत से दोनो व्रतों के पुण्य प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए आप सायंकाल के शुभ मुहूर्त में पूजा करें.

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महाशिवरात्रि पर बन रहे यह 5 शुभ योग

इस बार महाशिवरात्रि पर 5 शुभ योग सर्वार्थसिद्धि, केदार, वरिष्ठ, शश और शंख योग बन रहे हैं. इस दिन प्रदोष व्रत की त्रयोदशी तिथि रात 8:02 तक है. इसके बाद, महाशिवरात्रि की चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी. इस दुर्लभ संयोग में आप व्रत और भगवान शिव की पूजा करके आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

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महाशिवरात्रि पर जल्दी उठकर भगवान शिव की पूजा करें लेकिन आप इस दिन शुभ उत्तम मुहूर्त में पूजा करके ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इस दिन पूजा करने के लिए शुभ उत्तम मुहूर्त 8:22 से शुरू होगा जो सुबह 9:46 तक है.

इस प्रकार करें भगवान शिव को प्रसन्न

महाशिवरात्रि के दिन रात्रि के समय में शिव पूजा करना ज्यादा अच्छा माना जाता है. इस दिन प्रदोष व्रत भी है, ऐसे में आप शाम 6:13 से शाम 7:49 के बीच भोलेनाथ की पूजा कर सकते हैं. प्रात:काल में स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर महाशिवरात्रि व्रत और शिव पूजा का संकल्प कर लें. उसके बाद, शुभ मुहूर्त में सबसे पहले शिवजी का जल से अभिषेक करें फिर उनको चंदन, भस्म, अक्षत्, फल, फूल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, मिष्ठान आदि अर्पित करें. फिर शिव चालीसा का पाठ करें और महाशिवरात्रि व्रत कथा सुनें. शिव जी की आरती करें.

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