नई दिल्ली | इस साल गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई बुधवार को मनाई जा रही है. इस दिन गुरुओं की पूजा की जाती है. इतना ही नहीं यह दिन अत्यंत शुभ भी होता है. इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस दिन किये जानेवाले कुछ खास उपायों से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है.
क्या है गुरु पूर्णिमा का महत्व
दरअसल, पौराणिक काल के महान व्यक्तित्व महर्षि वेदव्यास जी का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा को हुआ था. मनुष्य को सबसे पहले वेदों की शिक्षा देने वाले महर्षि वेदव्यास ही थे. इसलिए हिन्दू धर्म में उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है. इसी कारण से गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है. जानकारी हो कि महर्षि वेदव्यास ब्रह्मसूत्र, महाभारत, श्रीमद्भागवत और अट्ठारह पुराण जैसे अद्भुत साहित्यों के रचयिता है.
हिन्दू धर्म शास्त्रों की माने तो महर्षि वेदव्यास पराशर ऋषि के पुत्र थे तथा वे तीनों लोकों के ज्ञाता थे. उन्होंने वेद को चार भागों में विभाजित किया था. इसके पीछे का कारण यह था कि जो लोग बुद्धि से कमज़ोर हैं या जिनकी स्मरण शक्ति कमज़ोर है, वे लोग भी वेदों का अध्ययन कर उसका लाभ ले सकें. इन चार वेदों के नाम ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद हैं.
तिथि व समय
गुरु पूर्णिमा 2022: तिथि व समय
दिन: बुधवार, 13 जुलाई, 2022
तिथि: पूर्णिमा, आषाढ़ शुक्ल पक्ष
पूर्णिमा तिथि आरंभ: 13 जुलाई, सुबह 04:01:55 से
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 जुलाई, सुबह 00:08:29 तक
गुरु पूर्णिमा के दिन क्या उपाय करें
पढ़ाई में बाधा: अगर आपका बच्चा पढ़ने में कमजोर है या फिर उसकी पढ़ाई में बाधा आ रही है तो उसे गुरु पूर्णिमा के दिन गाय की सेवा करनी चाहिए. ऐसा करने से पढ़ाई में आ रही समस्याएं दूर होती हैं.
आर्थिक समस्या: अगर आपको धन की समस्या, आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और लक्ष्मी नाराज हैं तो गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में मीठा जल चढ़ाएं. ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
दांपत्य जीवन में समस्या: अगर आपके वैवाहिक जीवन में कोई समस्या हो या फिर पति-पत्नी के बीच लड़ाई – झगड़ हो घर में कलह बढ़ रहा हो तो गुरु पूर्णिमा के दिन पति और पत्नी दोनों को मिलकर चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को दूध का अर्घ्य देना चाहिए. इससे मानसिक शांति मिलेती है और कलह दूर होता है.
सौभाग्य की प्राप्ति: अगर आपका भाग्य साथ नहीं दे रहा है. आपके बनते काम भी बिगड़ जाते हैं तो गुरु पूर्णिमा की शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं. इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और हर बाधा दूर होती है.
कुंडली में गुरु दोष: अगर आपकी कुंडली में गुरु दोष है और आप अपनी जीवन में कोई सही फैसला नहीं ले पा रहे हैं तो इस दोष से मुक्ति पाने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन “ऊँ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे आपका ज्ञान बढ़ेगा और हर समस्या दूर होगी.
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