कुरुक्षेत्र । इस साल चैत्र पूर्णिमा यानि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती है. इसी दिन अंजनि पुत्र पवनसुत हनुमान का जन्म हुआ था. इस बार हनुमान जयंती पर रवि और हर्षण का खास संयोग होगा. इसके अलावा इस दिन हस्त और चित्रा नक्षत्र रहेगा. यह दिन ग्रहों की बुरी नजर से छुटकारा मिलने वाला साबित होगा. सौ बार हनुमान चालीसा पढ़ने और सुंदरकांड पाठ करने से बिगड़े काम बनेंगे. इसके अलावा कोई बाहरी शक्ति या बंधन दोष है तो सदा के लिए उससे छुटकारा मिल जाएगा. गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र कुरुक्षेत्र के संचालक डा. रामराज कौशिक ने बताया कि हनुमान जयंती का शनिवार के दिन पड़ना बहुत अहम है. इसके साथ कुछ ऐसे खास योग बन रहे हैं, जिन्होंने हनुमान जयंती को और भी खास बना दिया है.
सुबह 5:55 बजे रवि योग शुरू
रामराज कौशिक ने बताया कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर सुबह 05:55 बजे से रवि योग शुरू होकर रात 8:40 बजे तक चलेगा. वहीं तड़के 02:45 बजे से हर्षण योग शुरू होगा और यह अगले दिन 17 अप्रैल तक रहेगा. इन योग के कारण सभी अशुभ ग्रहों के प्रभाव से आप मुक्ति पा सकते हैं.
ये उपाय करें
• हनुमान जयंती के दिन घी में एक चुटकी सिंदूर मिलाकर हनुमान को इसका लेप लगाएं. इससे हनुमान प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सारे संकट, पीड़ा हर लेते हैं.
• हनुमान जयंती के दिन सरसों के तेल में सिंदूर मिलाकर हनुमान को लगाएं और फिर बाकी सिंदूर से घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं. इससे घर में खुशियां छाई रहेंगी और घर पर बुरी शक्तियों का असर नहीं होगा.
• चुटकी भर सिंदूर में घी मिलाकर एक कागज पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं और इसे हनुमान के हृदय से लगाकर अपनी तिजोरी में रख लें. इससे कुछ ही दिन में धन की आवक बढ़ जाएगी और आप आर्थिक हानि से भी बचे रहेंगे.
• कर्ज से मुक्ति पाने के लिए जितनी आपकी उम्र है उतने पीपल के पत्ते लें, फिर चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर हर पत्ते पर राम लिखकर हनुमानजी को अर्पित करें.
• यदि विवाह में बाधाएं आ रही हैं तो हनुमान के चरणों में एक चुटकी सिंदूर रखकर उनसे जल्दी विवाह कराने की प्रार्थना करें. फिर इस सिंदूर से खुद को टीका लगाएं, जल्द ही रिश्ता पक्का हो जाएगा.
• दुख-तकलीफों से बचे रहने के लिए गुड़-चने का भोग लगाकर लोगों में बांटें. हनुमानजी को खुश करने के लिए चौमुखी दीपक जलाएं. इसके अलावा हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें. इस दिन हनुमान को सिंदूर का चोला चढ़ाने से शीघ्र मनोकामना की पूर्ति होती है.
• हनुमान की पूजा में गेंदे, हजारा, कनेर, गुलाब के फूल चढ़ाएं जबकि जूही, चमेली, चम्पा, बेला इत्यादि फूलों को चढ़ाने से परहेज करें. इसके अलावा दोपहर तक कोई भी नमकीन चीज खाने से बचें.
हनुमान जी के मंत्र
• ॐ तेजसे नम:
• ॐ प्रसन्नात्मने नम:
• ॐ शूराय नम:
• ॐ शान्ताय नम:
• ॐ मारुतात्मजाय नमः
• ॐ हं हनुमते नमः
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