Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पर चांद की पूजा करने की वजह है बड़ी रोचक, जानें शुभ-मुहूर्त का समय

ज्योतिष, Karwa Chauth 2022 | कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर साल करवाचौथ का व्रत रखा जाता है. करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना करती है. मान्यता है कि जो सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. करवा चौथ के व्रत में उपयोग होने वाली हर एक चीज का अपना एक विशेष महत्व है. यह व्रत तब तक पूरा नहीं माना जाता जब तक पत्नी छलनी से चांद और अपने पति का चेहरा ना देख ले. इस दिन चांद की पूजा का क्या महत्व है, इसको लेकर ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया है.

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Karwa Chauth

करवा चौथ की पूजा में सुहागिन महिलाएं छलनी में जलते हुए दीपक को रखती हैं. फिर इसके बाद इस छलनी से दीपक की रोशनी में चांद को देखती हैं. उसके बाद इससे अपने पति को देखती हैं. फिर पति अपनी पत्नी को पानी और मिठाई खिलाकर इस व्रत को पूरा करवाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पूजा में सुहागिन महिलाएं चांद की पूजा क्यों करती है.

ज्योतिष हितेंद्र कुमार शर्मा ने इसके पीछे एक पौराणिक कथा का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार भगवान राम ने पूर्व दिशा की तरफ चमकते हुए चंद्रमा को देखा और अपने आसपास मौजूद सभी लोगों से पूछा कि चंद्रमा में जो कालापन दिखाई दे रहा है, वह क्या है. वहां मौजूद लोगों ने अपने-अपने तर्क देकर सवाल का जवाब दिया.

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लोगों के जवाब सुनने के बाद भगवान राम ने बताया कि चंद्रमा में कालापन उसके विष की वजह से हैं. वह अपनी विषयुक्त किरणों से वियोगी नर-नारियों को जलाता रहता है. यदि बात करें मनोविज्ञान की तो उसके अनुसार, जो पति-पत्नी किन्हीं कारणों से एक दूसरे से अलग हो जाते हैं, उन पर चंद्रमा की किरणें कष्ट पहुंचाती हैं, इसलिए करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा कर महिलाएं कामना करती हैं कि चंद्रमा के कारण उन्हें अपने पति का वियोग ना सहना पड़े.

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पूजा मुहूर्त

इस बार करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर 2022 को रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर की रात 1:49 बजे से शुरू होकर अगले दिन 14 अक्टूबर को सुबह 3:08 बजे समाप्त होगी. करवा चौथ पर अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:21 से लेकर दोपहर 12:07 तक रहने वाला है. इसके अलावा शाम को 4:08 से लेकर शाम 5:50 तक अमृत काल रहेगा. करवा चौथ पूजन के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त शाम 5:46 का माना गया है.

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