ज्योतिष | जब भी कोई ग्रह- नक्षत्र या राशि गोचर करता है तो उसका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत बुरा पड़ता है. व्यक्ति के जन्म से ही ग्रहों की स्थिति का प्रभाव उसके जीवन पर दिखना शुरू हो जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में राशि और ग्रहों की स्थिति से इस बात का पता लगाया जाता है कि उसका जीवन कैसा होगा. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, 50 साल बाद विपरीत राजयोग का निर्माण हुआ है. इस दौरान आकस्मिक धन लाभ और तरक्की के भी योग बन रहे हैं.
इस प्रकार बनता है विपरीत राजयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी शुभ योगों में एक विपरीत राजयोग है. यह योग सभी नकारात्मक प्रभाव वाले ग्रहों के एक साथ आने से बनता हैं. अगर किसी जातक की कुंडली में 6वें, 8वें और 12वें भाव के स्वामी किसी अन्य दो भावों में से किसी एक स्थान पर विराजमान हो तो ऐसी स्थिति में विपरीत राजयोग का निर्माण होता है.
इन राशि के जातकों की चमकेगी किस्मत
मेष राशि: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातकों को विपरीत राजयोग से लाभ होने वाला है. इस राशि के बारहवें भाव पर सूर्य, गुरु और बुध की युति बनी हुई है और तीसरे भाव के स्वामी बुध, सूर्य के साथ 12वें भाव में मौजूद रहेंगे. इस राशि के जातकों को इस दौरान आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी अच्छे परिणाम मिलेंगे.
सिंह राशि: इस राशि के स्वामी आठवें भाव में बुध और गुरु के साथ विराजमान रहेंगे. बता दें कि यह तीसरे भाव के स्वामी शुक्र के साथ मौजूद है. व्यक्ति की आय में वृद्धि के भी साफ संकेत दिखाई दे रहे हैं, पैतृक संपत्ति बिकने से आपको मुनाफा मिल सकता है.
तुला राशि: इस राशि के जातकों के लिए विपरीत राजयोग किसी भी वरदान से कम नहीं है. तीसरे भाव के स्वामी बृहस्पति है और छठे भाव में स्थित है. व्यापार में अच्छी डेल मिल सकती है, नौकरी पेशा करने वालों के लिए समय काफी अच्छा है. नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं. इस दौरान तीर्थ यात्रा पर भी जा सकते हैं.
मकर राशि: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातकों के लिए विपरीत राजयोग काफी शुभ होने वाला है. कुंडली के तीसरे भाव पर गुरु, बुध और सूर्य विराजमान है. प्रेम संबंध में आ रही मुश्किलें भी दूर होती दिखाई देंगी, दोनों के बीच अच्छा तालमेल बना रहेगा. जीवन में काफी उत्साह रहेगा.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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