ज्योतिष | निर्जला एकादशी का व्रत इस साल 31 मई बुधवार को रखा जाएगा. बता दें कि निर्जला एकादशी को सभी एकादशीयो में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि निर्जला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को तमाम तरह के पापों से छुटकारा मिल जाता है और पुण्य की प्राप्ति होती है. निर्जला एकादशी के दिन हमें कुछ गलतियां भूल कर भी नहीं करनी चाहिए, ऐसा करने से हमारी परेशानियां घटने की बजाय बढ़ जाती है.
इस दिन व्रत रखने का विशेष महत्व
31 मई को साल की सबसे बड़ी निर्जला एकादशी है. इस एकादशी का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस एकादशी के दिन व्रत करने से आपको साल में सभी एकादशी का पुण्य प्राप्त हो जाता है. निर्जला एकादशी का व्रत बिना पानी पिए किया जाता है. व्रत करने वाले लोग इस दिन पानी नहीं पीते, गर्मी में ऐसा व्रत करना तपस्या के समान माना जाता है.
भूलकर भी ना करें ये गलतियां
- निर्जला एकादशी के दिन आपको चावल का सेवन नहीं करना चाहिए, एकादशी के दिन चावल खाना बेहद अशुभ माना जाता है.
- निर्जला एकादशी के दिन मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए, यदि आप ऐसा करते हैं तो भगवान विष्णु आपसे नाराज हो जाते हैं.
- एकादशी के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन का सेवन न करें. इस दिन एकादशी के नियमों का पालन जरूर करें.
- निर्जला एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. इस दिन अपना पूरा ध्यान केवल ईश्वर की पूजा में ही लगाना चाहिए.
- निर्जला एकादशी के दिन सब का आदर करें, किसी के साथ भी बुरा व्यवहार ना करें.
- निर्जला एकादशी के दिन स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और व्रत का संकल्प लें.
- एकादशी के दिन पशु- पक्षियों के लिए जल जरूर रखें, ऐसा करने से आपको भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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