19 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्यौहार, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त और सही तरीका

ज्योतिष | अगस्त का महीना त्योहारों के हिसाब से बेहद ही खास है. भाई- बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का पर्व भी इसी महीने में है. 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है अर्थात इस दिन सावन का महीना समाप्त हो जाता है. आज की इस खबर में हम आपको राखी बांधने के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी देने वाले हैं. हर बार की तरह अबकी बार भी रक्षाबंधन पर भद्रा का साया है, ऐसे में आपको अपने भाई की कलाई पर शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधनी चाहिए.

यह भी पढ़े -  दीपावली से पहले कई बड़े ग्रह कर रहे नक्षत्र परिवर्तन, इन 5 राशियों की लगेगी लॉटरी; बरसेरी मां लक्ष्मी की कृपा

Raksha Bandhan Rakhi

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

भद्रा में राखी बांधना बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता. रक्षाबंधन को लेकर बाजार में भी दुकानें सज गई है और राखी की खरीदारी शुरू हो गई है. सावन महीने की पूर्णिमा के दिन सुबह से लेकर दोपहर के 1:35 मिनट तक भद्रा का साया रहने वाला है यानी कि इसके बाद आप अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकते हैं. 19 अगस्त को पूर्णिमा तिथि का आरंभ सुबह 3:04 मिनट से हो रहा है जो रात्रि 11:55 तक रहेगा. पूर्णिमा तिथि के शुरू के साथ ही भद्रा भी शुरू हो जाएगी. ऐसे राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:36 मिनट से शाम 7:39 मिनट तक रहने वाला है.

यह भी पढ़े -  29 अक्टूबर से शुरू हो रहा दीपावली का 5 दिनों का पर्व, देखें पूजा का शुभ मुहर्त

इस दौरान आप किसी भी शुभ मुहूर्त में अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकते हैं. साथ ही, इस दिन स्वार्थ सिद्ध योग, रवि योग भी बन रहे हैं जिस वजह से यह दिन और भी खास हो जाता है.

इन बातों का रखें ध्यान

जब भी आप अपने भाई की कलाई पर राखी बांधे, तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपके भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. वहीं, बहन का मुख पश्चिम दिशा में होना चाहिए. सबसे पहले बहन को अपने भाई को रोली अक्षत का टीका लगाना है, उसके बाद घी के दीपक से आरती उतारे. फिर अपने भाई को मिठाई खिलाई और दाहिने कलाई पर राखी बांध दीजिए.

यह भी पढ़े -  साल 2025 में कई बार राशि परिवर्तन करेंगे गुरु, इन 4 राशियों पर होंगी धन की बरसात

डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit