ज्योतिष | शनि देव ने 17 जनवरी 2023 को 30 सालों के बाद स्वयं की राशि कुंभ में गोचर किया था. इस गोचर के 13 दिनों के बाद ही 30 जनवरी को शनि कुंभ राशि में ही अस्त होने जा रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी ग्रह का अस्त होना शुभ नहीं माना जाता. ऐसे में जब भी कोई ग्रह अस्त होता है तो सभी राशि के जातकों के जीवन में परेशानियां और समस्याए बढ़ने लगती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 30 जनवरी 2023 को रात 12:02 पर शनि कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे. करीब 33 दिनों तक शनि अपनी राशि में अस्त रहेंगे अर्थात् 6 मार्च रात 11:36 तक वह अस्त रहेंगे.
सूर्य और शनि बढ़ाएंगे इन राशि के जातकों की परेशानियां
ऐसे में कुछ राशि के जातकों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. मौजूदा समय में शनि का भ्रमण घनिष्ठा नक्षत्र में चल रहा है. ग्रहों के नक्षत्र बदलने का प्रभाव भी राशियों पर देखने को मिलता है. शनि अस्त होने के साथ- साथ नक्षत्र भ्रमण करेंगे और थोड़े दिन के बाद शनि शतभिषा नक्षत्र में भ्रमण करने लगेंगे. फरवरी में सूर्य के कुंभ राशि में गोचर करने की वजह से सूर्य और शनि की युति होगी. दुश्मन ग्रहों के एक ही राशि में होने से कई राशि के जातकों के जीवन में मुश्किलें और उथल-पुथल पैदा होने वाली है.
इस प्रकार करें शनिदेव को प्रसन्न
शनि के उदय होने के साथ सूर्य और शनि की युति समाप्त होने पर सभी राशियों के जीवन में तमाम तरह की परेशानियां समाप्त हो जाएंगी. ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. आप जितना हो सके जरूरतमंद और गरीबों की सहायता करें. गरीबों को भोजन कराने से शनिदेव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. शनि की चीजों का दान भी इस अवधि में काफी शुभ माना जाता है. इसके साथ ही, सरसों के तेल में अपना चेहरा देखकर, उसे दान करने से शनिदेव के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं.
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