नवंबर महीने तक इन राशियों पर शनि बरसाएंगे साढ़ेसाती का कहर, अभी से जान लें ये उपाय

ज्योतिष | शनि देव को कर्म फल दाता और न्याय फल दाता कहा जाता है. शनि का नाम सुनते ही कुछ लोगों को काफी डर लगने लगता है. उनका मानना होता है कि शनिदेव केवल जातको को अशुभ फल देते हैं जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. जिस राशि के जातक पर शनिदेव की कृपा होती है, उसे रंक से राजा बनने में ज्यादा समय नहीं लगता. मौजूदा समय में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या कहर बरसा रही है.

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ज्योतिष शास्त्र में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को लेकर कुछ उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई है. यदि हम नियमित रूप से इन उपायों को करें तो हम शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभावों को कम कर सकते हैं.

शनि कुंभ राशि में हो चुके हैं वक्री

शनि देव भक्ति को कर्मों के हिसाब से शुभ और अशुभ फल प्रदान करते हैं. साथ ही, वह जातकों को दंड भी देते हैं. ऐसे में साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान आपको कर्मों को लेकर विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है. 17 जून 2023 से ही शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में वक्री हो गए थे. शनिदेव के वक्री होने की वजह से दो राशि के जातकों का बुरा समय शुरू हो गया था. 4 नवंबर 2023 तक शनि के वक्री रहने पर इन राशि के जातकों को काफी संभलकर चलने की आवश्यकता है.

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4 नवंबर तक इन राशि के जातकों को परेशान करेंगे शनि

जैसा कि आपको पता है कि शनि की साढेसाती के तीन चरण होते हैं. 17 जून को शनि देव कुंभ राशि में वक्री हो चुके हैं. इस वजह से मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का सबसे कष्टकारी समय भी शुरू हो गया था. लिहाजा इन जातकों को 4 नवंबर तक काफी संभल कर चलना होगा और बहुत सोच समझ कर ही फैसले लेने होंगे.

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शनि के वक्री होने की वजह से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर भी शनि की ढैया का कष्टकारी समय शुरू हो गया था. 4 नवंबर तक इन राशि के जातकों को भी किस्मत का साथ नहीं मिलेगा. साथ ही, उन्हें काफी परेशानियों का भी सामना करना होगा. मेहनत ज्यादा करने के बावजूद भी आपको उतनी सफलता प्राप्त नहीं होगी.

शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करने के उपाय

  • हर शनिवार की रात पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए, ऐसा करने से साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है.
  • हर शनिवार को शनि मंदिर जाकर भगवान शनि देव के दर्शन करें, साथ ही उन्हें सरसों का तेल चढ़ाए और शनि चालीसा का पाठ भी अवश्य करें.
  • शनिवार को किसी भी गरीब, बुजुर्ग महिला को न सताए और ना ही किसी का अपमान करें.
  • शनिवार को गरीबों और जरूरतमंद लोगों की जितना हो सके सहायता करें.
  • काले तिल, काली उड़द, काले कंबल, जूतों का शनिवार के दिन अवश्य दान करें.
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डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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