ज्येष्ठ मास का शुक्ल पक्ष आज से शुरू, इस दिन साल की सबसे बड़ी निर्जला एकादशी

ज्योतिष | अभी हिंदी पंचांग का तीसरा महीना चल रहा है. ज्येष्ठ महीने का एक पक्ष खत्म हो गया है. इस महीने के शुक्ल पक्ष की शुरुआत आज से हो गई है, यह महीना हमें पानी बचाने का संदेश देता है क्योंकि इन दिनों गर्मी काफी ज्यादा रहती है. पानी के अधिकतर स्रोत जैसे नदी, तालाब, कुएं आदि भी सूख जाते हैं. ऐसे में पानी की एक- एक बूंद हमारे लिए बेहद कीमती है. उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार, इस महीने के शुक्ल पक्ष में व्रत उपवास हमें जल का महत्व समझाते हैं.

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इस दौरान गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी भी आती है. ज्येष्ठ मांस के दूसरे पक्ष में नवतपा 25 मई से शुरू हो जाएगा, जो 3 जून तक जारी रहेगा. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि इस महीने में कौन- कौन से ख़ास व्रत और पर्व मनाए जाएंगे.

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25 मई से शुरू हो जाएगा नवतपा

22 मई को ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष तीज है, इसे रंभा तीज के नाम से भी जाना जाता है. इस पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सेहत और सौभाग्य के लिए के व्रत रखती हैं. इस दिन शिव- पार्वती की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि अप्सरा रंभा नें भी यह व्रत किया था.

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23 मई को अंगारक विनायक चतुर्थी है. जब चतुर्थी मंगलवार को आती है तो इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. इस तिथि पर महिलाएं भगवान गणेश जी के लिए व्रत करती है.

25 मई से नवतपा शुरू हो जाएगा जो कि 3 जून तक जारी रहेगा. नवतपा में सूर्य अपने पूरे प्रभाव में होता है. गर्मी भी ज्यादा होती है, ऐसे में हमें अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए. खानपान की चीजों में ऐसी चीजों को शामिल करें, जिससे शरीर को ठंडक मिल सके. ऐसे कपड़े पहने जिनकी वजह से आपको ज्यादा गर्मी महसूस ना हो.

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30 मई को गंगा दशहरा है. इस दिन देव नदी गंगा की विशेष पूजा की जाती है, भक्त गंगा नदी में स्नान करते हैं और स्नान के बाद नदी किनारे दान पुण्य करने का विशेष महत्व है.

31 मई को साल की सबसे बड़ी निर्जला एकादशी है. इस एकादशी का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस एकादशी के दिन व्रत करने से आपको साल में सभी एकादशी का पुण्य प्राप्त हो जाता है. निर्जला एकादशी का व्रत बिना पानी पिए किया जाता है. व्रत करने वाले लोग इस दिन पानी नहीं पीते, गर्मी में ऐसा व्रत करना तपस्या के समान माना जाता है.

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