ज्योतिष | 15 मई को सुबह 11:58 पर सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. सूर्य के इस राशि परिवर्तन की वजह से इस दिन वृष सक्रांति पर्व मनाया जाएगा. इस दिन स्नान, दान, व्रत और पूजा पाठ करने का भी विशेष महत्व होता है. इसलिए सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान और उगते हुए सूरज को जल चढ़ाने की परंपरा है. साथ ही, दिनभर व्रत रखने और जरूरतमंद लोगों को इस दिन दान भी किया जाता है.
नौकरी और बिजनेस में होगा अचानक बदलाव
पिछले 1 महीने से सूर्य अपनी उच्च राशि में रह रहे हैं. अब 15 तारीख को सूर्य अपनी उच्च राशि को छोड़कर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जो इस ग्रह की शत्रु राशि मानी जाती है. शुक्र की राशि में सूर्य के आने से इसका अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा, जिससे कुछ लोगों की नौकरी और बिजनेस में अचानक बदलाव भी देखा जा सकता है.
15 अप्रैल से सूर्य पर शनि की वक्र दृष्टि पड़ रही है, जिससे विवाद और लोगों की उलझने भी बढ़ी हुई थी. अब सूर्य राशि बदलने वाले हैं जिस वजह से शनि की टेढ़ी नजर से मुक्ति मिल जाएगी.
15 मई को सूर्य कर रहे राशि परिवर्तन
सूर्य के राशि परिवर्तन की वजह से प्रशासन और राजनीति में हो रहे विवादों में कमी आएगी. लोगों के कामकाज में आ रही रुकावट भी अब दूर हो जाएगी. 15 मई को जब सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे तो ऋतु भी बदल जाएगी. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत माना जाता है.
इस समय सूर्य कृतिका नक्षत्र में होता है, जिससे धरती पर सूर्य की किरणें ज्यादा देर तक रहती है. इस वजह से धरती पर तपिश भी ज्यादा रहती है. इस नक्षत्र और राशि में जब सूर्य रहता है तब ज्येष्ठ मास होता है. इसके बाद, 25 मई को सूर्य, सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है. तब 9 दिनों तक और ज्यादा गर्मी बढ़ जाती है, जिसे नौतपा भी कहा जाता है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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