ज्योतिष | आज पूरे देश में होलिका दहन का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. अबकी बार होली को लेकर काफी असमंजस की स्थिति भी बनी हुई थी. अबकी बार की होली कई लिहाज से काफी खास है. इस दौरान कई प्रकार के शुभ संयोग भी बना रहे हैं. होलिका दहन पर भद्रा के साथ- साथ चंद्र ग्रहण का भी साया है. भद्रा सुबह 9:56 से शुरू हो चुकी है और रात 11:13 मिनट तक जारी रहेगी. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि होलिका दहन किस मुहूर्त में किया जा सकता है.
100 साल बाद होली पर चंद्र ग्रहण का साया
करीब 100 सालों के बाद होली पर उपछाया चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. पूर्णिमा तिथि का आरंभ सुबह 9:56 मिनट से होगा और 25 तारीख को 12:30 मिनट पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी. ऐसे में रंगों वाली होली कल यानी की 25 मार्च को मनाई जाएगी. 17 मार्च से होलाष्टक भी शुरू हो चुका है, जो आज 24 मार्च तक जारी रहने वाला है. अबकी बार होली पर भद्रा लगी हुई है. इस दौरान होलिका दहन नहीं किया जाता.
इस मुहूर्त पर किया जाएगा होलिका दहन
ज्योतिष विद्वानों ने बताया कि शास्त्रों में आवश्यक परिस्थितियों के अनुसार, भद्रा मुखकाल को छोड़कर पुच्छ काल मे होलिका दहन किया जा सकता है. इस बारे मे जानकारी दी गई है. ऐसे में होलिका दहन 6:34 मिनट से 7:54 मिनट तक किया जा सकता है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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