ज्योतिष | मंगल ग्रह को देव ग्रहों का सेनापति कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह को भूमि, पराक्रम, शौर्य, ऊर्जा इत्यादि का कारक ग्रह भी माना जाता है. इसी वजह से मंगल ग्रह द्वारा किए गए गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा. बता दें कि आज 13 मार्च को मंगल देव ने मिथुन राशि में प्रवेश किया है, अब वह 10 मई तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे. जिस वजह से कुछ राशि के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
इन राशि के जातकों की परेशानियां बढ़ाएगा मंगल ग्रह
ज्योतिषशास्त्र में मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं. जिनका पालन करने से जातक को लाभ मिल सकता है. आज की इस खबर में हम आपको जानकारी देंगे कि किन राशियों पर मंगल के गोचर का अशुभ प्रभाव पड़ेगा. मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन के कारण पांच ऐसी राशिया हैं जिन्हें इस दौरान सावधान रहने की आवश्यकता है.
इसमें मिथुन, वृष, वृश्चिक, धनु और कुंभ राशि शामिल है. गोचर अवधि में इन राशियों को वैवाहिक जीवन, शारीरिक, कार्य क्षेत्र और मानसिक रूप से तनाव का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक क्षेत्र पर भी इन्हें काफी संभलकर चलने की आवश्यकता है.
मंगल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें यह जरूरी उपाय
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को लाल वस्त्र और सिंदूर अर्पित करने से मंगल के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है इसके साथ ही, आप सुंदरकांड का नियमित पाठ करें.
- मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए प्रत्येक मंगलवार हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. साथ ही, मंगलवार का उपवास रखना चाहिए. सूर्योदय के समय सूर्य की रोशनी में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष लाभ होता है.
- मंगलवार के दिन कम से कम 108 बार मंगल ग्रह के मंत्र का जप करें.