ज्योतिष, Sheetala Ashtami 2023 | हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर शीतला अष्टमी या बसौडा पर्व मनाया जाता है. अबकी बार यह पर्व 15 मार्च बुधवार को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शीतला अष्टमी पर माता शीतला की उपासना करने से और व्रत करने से व्यक्ति को तमाम लाभ मिलता है और उसे समस्त रोगो और दोषों से छुटकारा मिल जाता है.
स्कंद पुराण में बताया गया है कि ब्रह्मा जी ने सृष्टि को रोगमुक्त और स्वच्छ रखने का कार्य माता शीतला को सौंपा था, इसीलिए स्वच्छता की देवी के नाम से भी माता शीतला की पूजा की जाती है.
इस शुभ मुहूर्त पर करें पूजा
ज्योतिषशास्त्र में शीतला अष्टमी के संदर्भ में कुछ प्रभावशाली उपाय बताए गए हैं, यदि आप इनका पालन करते हैं तो निश्चित रूप से आप निरोगी काया पा सकते हैं. कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 14 मार्च 2023 को संध्या 6:52 से शुरू होगी जो 15 मार्च 2023 को बुधवार शाम 5:15 तक रहेगी. इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 4:12 से शुरू होकर शाम 5:15 तक रहेगा.
इस प्रकार करें माता शीतला को प्रसन्न
- पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें और ध्यान रखें कि शीतल जल से ही स्नान करें. इस उपाय के पीछे आध्यात्मिक व वैज्ञानिक दोनों कारण है. शीतल जल ग्रीष्म ऋतु का संकेत है और इससे मनुष्य का शरीर कई प्रकार के रोगों से मुक्त हो जाता है.
- ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि व्यक्ति को शीतलाष्टमी के दिन नई झाड़ू घर लेकर आनी चाहिए. साथ ही, इस दिन परिवार के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए मुख्य द्वार के दोनों और हल्दी से स्वास्तिक बनाए. मान्यता है कि हल्दी का स्वास्तिक का प्रयोग करने से आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है.
- स्वास्तिक का चिन्ह बनाने से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं. शीतला अष्टमी के दिन विधि- विधान से मां की पूजा करें, इससे आपको विशेष फल प्राप्त होता है.