ज्योतिष, Vastu Tips | वास्तु एक ऐसा विज्ञान है, जिसको सदियों से भारत में माना जा रहा है. बता दें कि वास्तुशास्त्र आपके जीवन के शारीरिक और तत्व विज्ञान दोनों ही पहलू को नजरिए में रखता है. हिंदू धर्म में आर्किटेक्चर साइंस को भी वास्तु शास्त्र कहा जाता है. इसी संबंध में वास्तु एक्सपर्ट मधु कोटिया कहती है कि यह विज्ञान आपके घर और अन्य संपत्तियों में किस तरह से आध्यात्मिक, भौतिक और ऊर्जावान कॉम्पोनेंट को एकग्र करके रखना है, उसके बारे में बताता है.
बता दे कि वास्तु शास्त्र में ऐसी कला विद्यमान है जिसके अनुसार आपका जीवन हर तरह से अच्छा बन सकता है. इसलिए जब भी घर बनाया जाता है तो वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ दिशाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है.
घर की इन चीजों को उत्तर दिशा में ना रखें
- कभी भी डस्टबिन को उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश होता है और घर अस्वस्थ भी बनता है.
- कभी भी घर की खिड़कियां उत्तर दिशा में नहीं लगवानी चाहिए.
- घर का टॉयलेट भी कभी भी उत्तर दिशा में नहीं होना चाहिए. यह आपके घर में असहजता पैदा कर सकता है, यदि आपने भी इस दिशा में टॉयलेट बनवा रखा है, तो उसे यूज करना बंद कर दे या शिफ्ट कर दे.
- घर की बाहरी चीजें जैसे किताबे कभी उत्तर दिशा में नहीं रखनी चाहिए. इसका वजन धरती से निकलने वाली एनर्जी को ब्लॉक करता है जो आपके घर को अस्वस्थ बनाता है.साथ ही आप की संपत्ति पर हानि को भी बढ़ाता है.
- वजन वाली चीजों को रखने के लिए दक्षिण और पश्चिम दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है. फर्नीचर के लिए भी यह चीजें लागू होती है, किसी भी भारी चीज को उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए.
- घर में कभी भी किसी पंख को उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए, उत्तर दिशा में रखा हुआ पंख कुछ समय बाद खराब हो जाएगा. जिससे आपके घर में नकारात्मक एनर्जी आने लगेगी.