कैथल । पशु विभाग पशुओं की बीमारियों को लेकर अलर्ट हो गया है.पशुओं में गलघोटू बीमारी फैल रही है.इसके लिए विभाग ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी है.इसके साथ ही किसानों को भी इस बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान छेड़ा गया है.
कैथल में इस अभियान की शुरुआत 5 दिसंबर से
बता दें कि हरियाणा पशुपालन विभाग की तरफ से कैथल में 20 टीमें पशुओं को गलघोटू बीमारी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने जा रही हैं. इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत 5 दिसंबर से हो रही है. पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी सुरेंद्र ने बताया कि वेटरनरी सर्जन की सहायता से पशुओं में होने वाली गलघोटू और दूसरी बीमारियों की रोकथाम के लिए इस अभियान के तहत घर-घर जाकर टीके लगाए जाएंगे.
ताकि इन बीमारियों से पशुओं को बचाया जा सके. नोडल अधिकारी सुरेंद्र ने बताया कि गलघोटू पशुओं में होने वाली एक खतरनाक बीमारी है. अगर समय रहते इस बीमारी का रोकथाम न हो, तो इससे पशु की जान भी जा सकती है. बता दें कि इस बीमारी वाले पशु की 24 घंटों में ही मौत हो जाती है.इसलिए इस बीमारी के प्रति पशुपालको को सचेत करना बहुत आवश्यक है.
जाने इस बीमारी के लक्षण
सुरेंद्र नैन द्वारा बताया गया कि गलघोटू बीमारी के कारण पशुओं को तेज बुखार होता है और उनके गले में सूजन आ जाती है. पशु चारा खाना बंद कर देते हैं.हर वर्ष इस बीमारी की रोकथाम के लिए पशुओं को टीके लगाए जाते हैं. विभाग द्वारा यह टीके घर घर जाकर निशुल्क लगाए जाते हैं.
सभी पशुओं को लगवाए टीके
कैथल में पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी सुरेंद्र ने बताया कि गलघोटू बीमारी की रोकथाम के लिए प्रत्येक पशु को यह टीका लगवाना चाहिए. ताकि दुधारू पशु बीमार न हो. दुधारू पशुओं के लिए यह टीका बहुत जरूरी है. इन टीको के लगाने से दूध में किसी प्रकार की कमी नहीं आती है. सभी पशुपालक इन टीको को जरूर लगवाएं.
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