कैथल | हरियाणा के कैथल जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैब 2 दिसंबर से 31 दिसंबर तक पेयजल की जाँच करेगी. कैथल, ढांड, पूंडरी, सीवन, गुहला, राजौंद व कलायत खंड के 148 गांवों में पेयजल की जांच की जाएगी. मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैब (Mobile Water Testing Lab) द्वारा 1 दिन में 7 गांवों के सैंपल जांचे जाएंगे. मात्र 20 से 25 मिनट पर मौके पर ही रिपोर्ट भी जारी हो जाएगी, इससे यह पता लग पाएगा कि जो पानी घरों में सप्लाई हो रहा है वह पीने योग्य है या नहीं.
पानी के 10 पैरामीटर की होगी जाँच
यदि पानी की गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो इसकी विस्तृत रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी. इसके अलावा, संबंधित गांव के JE के पास भेज दी जाएगी, ताकि पानी की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में काम किया जा सके. इस दौरान पानी के 10 पैरामीटर की जाँच होगी, यदि पीने का पानी सभी पैरामीटर पर फेल होता है, तो विभाग द्वारा तुरंत प्रभाव से सप्लाई को बंद करवाया जाएगा और जब तक नए सोर्स से पानी की सप्लाई नहीं हो जाती तब तक वैकल्पिक व्यवस्था करवाई जाएगी.
तत्कालीन CM मनोहर लाल ने की थी लैब लॉन्च
इस बारे में जानकारी देते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि इससे पहले साल 2022 में कैथल जिले में मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैब आई थी, जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा लॉन्च किया गया था. उसके बाद, इसे करनाल स्थित लैब को सौंप दिया गया.
ये रहेगा जाँच का शेड्यूल
- 2 दिसम्बर से 5 दिसम्बर कैथल खंड.
- 6 से 10 दिसम्बर ढांड खंड.
- 11 से 13 दिसम्बर पूंडरी खंड.
- 16 से 18 दिसम्बर सीवन खंड.
- 19 से 24 दिसम्बर गुहला खंड.
- 26 से 27 दिसम्बर राजौंद खंड.
- 30 से 31 दिसम्बर कलायत खंड.