पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला: एक करोड़ में खरीदी गई थी आंसर-की, मामले में मास्टरमाइंड समेत 13 गिरफ्तार

कैथल | हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला अब गंभीर होता नजर आ रहा है. पुलिस द्वारा तेजी से मामले की जांच करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है और वही विपक्ष पेपर लीक मामले में सरकार पर लगातार सवाल उठाए जा रहा हैं. मामला आप केवल प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भी आग की तरह फैल रहा है.

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7 अगस्त शनिवार को कर्मचारी चयन आयोग द्वारा पुलिस कांस्टेबल के पदों पर आयोजित लिखित परीक्षा पेपर लीक मामले में रविवार को पुलिस ने कई जिलों में गंभीरता से जांच पड़ताल कर मास्टरमाइंड का खुलासा करते हुए कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कैथल पुलिस की जानकारी के अनुसार, पेपर लीक करने की डील 1 करोड़ रुपये में हुई थी. इसके बाद परीक्षा अभ्यर्थियों को पेपर 12 से 15 लाख रुपए के बीच में बेचने का फैसला हुआ था. पुलिस के मुताबिक, कैथल स्थित एक कोचिंग सेंटर का संचालक रमेश इस पूरे षड़यंत्र में मुख्य भूमिका में नजर आ रहा है.

एसपी लोकेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि शनिवार को पुलिस भर्ती के पेपर लीक की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने सबूतों के साथ ही 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. रविवार को पुलिस ने पेपर लीक मामले में सात और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक मामले में कुल 13 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. सभी आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया जाएगा. पुलिस द्वारा कई जिलों में तहकीकात की जा रही है. एक बात तो स्पष्ट है कि मामला बड़े षड्यंत्र के तहत रचा गया था और पेपर लीक प्रकरण की जड़ें बहुत गहरी हैं.

एक दिन पहले लीक हुआ पेपर

एसपी सिंह ने बताया कि पेपर लीक का यह पूरा मामला हिसार निवासी नरेंद्र और कैथल में कोचिंग सेंटर संचालक रमेश से जुड़ा हुआ है. नरेंद्र ने परीक्षा से एक दिन पहले शाम को कैथल पहुंच कर बालाजी डिफेंस एकेडमी के संचालक रमेश चंद्र थुआ को यह पेपर नोट करवा दिया था. रमेश पर अभ्यर्थियों के पास ही आगे आंसर की सप्लाई करने की जिम्मेदारी थी. इस पूरी डील में नरेंद्र को एक करोड़ रुपये मिलने थे लेकिन ये पेपर कंफर्म होने के बाद ही राशि उस तक पहुंचाई जानी थी. वहीं अभ्यर्थियों से रमेश को 12 से 15 लाख रुपये के बीच में वसूलने थे. पेपर परीक्षा से ठीक एक दिन पहले शाम 6 बजे लीक हो गया.

रमेश पहले भी करवा चुका है पेपर लीक

अब तक की पुलिस पड़ताल में रमेश और नरेंद्र को इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. पूछताछ में रमेश ने माना है कि वह पहले भी कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करवाता रहा है और नौकरी लगवा चुका है. इसमें क्लर्क और एयरफोर्स तक की भर्तियां शामिल हैं. कैथल पुलिस की एसआइटी इस मामले की जांच कर रही है, जिसका नेतृत्व डीएसपी विवेक चौधरी कर रहे हैं. अब तक गिरफ्तार सभी आरोपी 9 दिन की पुलिस रिमांड में है.

दोबारा आयोजित होगी भर्ती परीक्षा

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने आंसर-की लीक होने के कारण पुरुष कांस्टेबल के पदों के लिए दोनों सत्रों में हुई लिखित परीक्षा रद्द कर दी थी. वही 8 अगस्त रविवार को होने वाली परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था. यह जानकारी शनिवार शाम आयोग के सचिव ने नोटिस जारी कर साझा की थी. आयोग ने कहा कि इन परीक्षाओं को फिर से आयोजित और जल्द ही परीक्षाओं की तारीख तय करने के बाद शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा.

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